पेशावर । पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के ग्वादर में करीब माह भर से जारी सरकार विरोधी प्रदर्शन के समक्ष आखिर प्रधानमंत्री इमरान खान को झुकाना पड़ा है। इमरान ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि वह ग्वादर के मछुआरों की जायज मांगों पर गौर कर रहे हैं।वह ट्रॉलर्स के जरिए अवैध रूप से मछली पकड़ने वालों पर कार्रवाई करने वाले है। उन्होंने कहा कि वह बलूचिस्तान के सीएम से इस पर बात करूंगा। प्रदर्शन को तेज होता देख पाकिस्तान में अन्य जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल को ग्वादर भेजने के निर्देश जारी किए गए थे।
प्रदर्शन में शामिल हजारों लोग अन्य चीजों के साथ-साथ स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने और ट्रालर माफिया को समाप्त करने की मांग कर रहे थे। जमात-ए-इस्लामी के महासचिव (बलूचिस्तान) मौलाना हिदायत-उर-रहमान ने कहा कि प्रदर्शन वास्तव में प्रांतीय व संघीय सरकार के खिलाफ जनमत संग्रह है। जब तक लोगों को उनका अधिकार नहीं मिल जाता, आंदोलन जारी रहेगा। बता दें कि कुछ दिनों से बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों के ‘ग्वादर को हक दो’ आंदोलन में शामिल होने के कारण सरकार की चिंता बढ़ी थी।
पीने के साफ पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित ग्वादर में रहने वाले हजारों लोग अपने हक के लिए शुक्रवार को मुख्य सड़क पर उतर आए थे। प्रदर्शन में शामिल बड़ी संख्या में महिला और बच्चे राज्य तथा केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह वास्तव में उत्पीड़ित बलूचिस्तानवासियों का आंदोलन है। इनमें मछुआरे, गरीब श्रमिक व छात्र शामिल हैं। यह प्रदर्शन बलूच मुत्ताहिद महाज (बीएमएम) के अध्यक्ष यूसुफ खान की ग्वादर में गिरफ्तारी के एक दिन बाद हुआ। वयोवृद्ध बलूच राष्ट्रवादी नेता को देश विरोधी गतिविधियों और लोगों को भड़काने के आरोप में बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया गया था।
वर्ल्ड
ग्वादर में जारी सरकार विरोधी प्रदर्शन के सामने झुके इमरान खान, मछुआरों की जायज मांगों को माना जाएगा