YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

रीजनल नार्थ

आधी रात स्टेशन पर निकले साथ अब एक ही कार में सवारी मोदी-योगी के संग से क्या संकेत

आधी रात स्टेशन पर निकले साथ अब एक ही कार में सवारी मोदी-योगी के संग से क्या संकेत

नई दिल्ली । पीएम नरेंद्र मोदी फिलहाल वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर हैं और इस दौरान उनकी सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ केमिस्ट्री देखते ही बन रही है। पिछले दिनों सीएम योगी के कंधे पर हाथ रखकर चलते हुए पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर सामने आई थी। अब एक बार फिर से दोनों नेताओं की जबरदस्त केमिस्ट्री देखने को मिल रही है। सोमवार को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और बोटिंग की। इन सभी के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ उनके साथ बने रहे। यही नहीं भले ही काशी में एक दर्जन मुख्यमंत्रियों और डिप्टी सीएम का जमावड़ा लगा है, लेकिन आधी रात को सीएम गोदौलिया और बनारस रेलवे स्टेशन गए तो सीएम योगी को ही साथ ले गए।  यही नहीं अब पीएम नरेंद्र मोदी भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और डिप्टी सीएम की बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी एक ही कार से पहुंचे, जिसे लेकर काफी चर्चाएं चल रही हैं। यही नहीं इस मीटिंग में बैठने के क्रम से भी कुछ संकेत मिलते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के दाईं ओर संगठन महामंत्री बीएल संतोष बैठे नजर आए तो उनके ठीक बगल में सीएम योगी आदित्यनाथ को जगह मिली। इसी तरह बाईं और जेपी नड्डा बैठे दिखे तो उनके बगल में शिवराज सिंह चौहान नजर आए। साफ संकेत था कि बड़े राज्यों के मुख्यमंत्री अथवा लोकप्रिय नेताओं को उनके कद के अनुसार बैठाया गया है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के बीच की बॉन्डिंग बीते कुछ महीनों में बेहतर हुई है। खासतौर पर कोरोना काल में सीएम योगी आदित्यनाथ की सक्रियता और तमाम योजनाओं को लेकर उनकी तेजी से पीएम नरेंद्र मोदी खासे प्रभावित हुए हैं। अकसर रैलियों में सीएम योगी को कर्मयोगी कहते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया है और यह साफ संकेत है कि वह यूपी के मुख्यमंत्री को कितना पसंद करते हैं या भरोसा रखते हैं। पिछले दिनों दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के दौरान भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला था। तब सीएम योगी पहली कतार में नजर आए और राजनीतिक प्रस्ताव भी पेश किया था।  वह ऐसे अकेले सीएम थे, जो राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे, जबकि अन्य मुख्यमंत्रियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जोड़ा गया था। साफ संकेत था कि सीएम योगी अब यूपी तक ही सीमित नहीं हैं बल्कि नेतृत्व उनकी उपयोगित राष्ट्रीय स्तर पर समझ रहा है। गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी से बैठक के दौरान भाजपा शासित राज्यों के सीएम बारी-बारी से अपना प्रेज़ेंटेशन देंगे कि वो कैसे सरकार चला रहे हैं। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी उन्हें फीडबैक देंगे और गुड गवर्नेंस से जुड़े मंत्र देंगे। 

Related Posts