नई दिल्ली । कोरोना के कारण परिक्षा देने से वंचित रहे संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा (यूपीएससी) के उम्मीदवार एक अतिरिक्त प्रयास की मांग करते हुए दिल्ली के जंतर मंतर पर हड़ताल पर बैठ गए हैं। ये वो छात्र हैं, जिनका 2020-21 में यूपीएससी की परीक्षा में बैठने का आखिरी अवसर था। देश भर में यूपीएससी के लगभग 30 हज़ार अभ्यार्थी हैं, जिनकी मांग है कि उन्हें सरकार यूपीएससी देने का एक और मौका दे। लेकिन सरकार से अब तक इन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला।
इन लोगों ने कोर्ट का भी रूख किया। जिसमें कोर्ट ने कोई आदेश तो नहीं दिया पर सरकार को सलाह दी कि इन अभ्यार्थीयों पर उदार दृष्टि रखे। लेकिन उदार दृष्टिकोण रखना तो दूर, प्रदर्शन करने पर पुलिस इन्हें कई बार हिरासत में ले चुकी है। यूपीएससी अभ्यार्थी अभिषेक आनंद सिन्हा ने बताया कि हम सरकार से बार बार मिलने की कोशिश कर रहे हैं, पर मिलना तो दूर की बात है, हमें हिरासत में ले लिया गया।
यूपीएससी अभ्यार्थियों का मुद्दा संसद में एनसीपी सांसद फौजिया खान भी उठा चुकी हैं। लेकिन सरकार से इस पर कोई जवाब नहीं आया है। इनमें से ज़्यादातर छात्र एक या उससे ज्यादा बार यूपीएससी का प्री या मेन्स निकाल चुके हैं। कई साल इन्होंने दिन रात पढ़ाई की है और अगर कोविड आ गया तो इसमें इनकी क्या गलती है।
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यूपीएससी के उम्मीदवार एक अतिरिक्त प्रयास की मांग करते हुए हड़ताल पर बैठे