देहरादून में हुई विजय सम्मान रैली के दौरान कांग्रेस के पूर्व राहुल गांधी ,उनके साथ आए वेणुगोपाल, कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव,पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आदि कांग्रेस के बड़े नेताओं से मंच सजा हुआ था। तभी मंच पर मसाला चाय बेचने वाला रंजीत बिस्वास आया तो राहुल गांधी ने उनसे लेमन टी मांगी और फिर चटकारे लेकर लेमन टी का स्वाद चखने लगे।कड़ी सुरक्षा के बावजूद सड़को पर चाय बेचने वाला राहुल गांधी तक कैसे पहुंच गया ,यह सवाल चर्चा का विषय बना हुआ है।वही अपने मुख्य सम्बोधन में राहुल गांधी ने कहा कि उनके परिवार ने देश के लिए कुर्बानी दी। 31 अक्टूबर को याद करते हुए उन्होंने कहा कि मेरी दादी देश के लिए शहीद हुईं.राहुल गांधी ने तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए सीडीएस जनरल बिपिन रावत और सैन्य अधिकारियों को याद किया। वहीं, उन्होंने देहरादून को लेकर कहा, "जब मैं यहां आ रहा था, तो सोच रहा था कि उत्तराखंड के साथ मेरा क्या रिश्ता है? जब मैं छोटा था, तो दून स्कूल में पढ़ता था. आपने मुझे उस समय बहुत प्यार दिया." उन्होंने कहा, "मेरी दादी देश के लिए शहीद हुईं।मेरा और आपका कुर्बानी का रिश्ता है. जो कुर्बानी उत्तराखंड के हजारों लोगों ने दी है, वहीं कुर्बानी मेरे परिवार ने दी है। जिन लोगों ने अपना खून दिया है, वो रिश्ते को बहुत अच्छे से समझेंगे. जिनके लोग सेना में हैं उन परिवारों को ये बात बहुत गहराई से पता है कि पिता को खोना और भाई को खोना क्या होता है, लेकिन जिन परिवारों ने इस तरह की कुर्बानी नहीं दी, उनको ये बात कभी समझ नहीं आ सकती है।" राहुल गांधी ने कहा, "उत्तराखंड ने भारत को अपना सबसे ज्यादा खून दिया है। बांग्लादेश की लड़ाई में 13 दिन में पाकिस्तान ने अपना सिर झुका दिया, जबकि आमतौर पर युद्ध 6 महीने या 1 से 2 साल तक चलता है।" राहुल गांधी ने कहा, "अमेरिका को अफगानिस्तान में 20 साल लग गए। भारत ने पाकिस्तान को 13 दिन में हरा दिया, ये हमको भूलना नहीं चाहिए। भारत के सब लोगों ने एक साथ मिलकर पाकिस्तान को हराया. लाखों परिवारों के लोगों ने अपने घर से सोना भारत सरकार को दिया. जब भारत एक साथ खड़ा होता है, तो हमारे देश में सामने कोई खड़ा नहीं हो सकता है।"राहुल ने कहा, "देश को कमजोर किया जा रहा है। एक भाई को दूसरे भाई से लड़ाया जा रहा है. कमजोर लोगों को मारा जा रहा है। पूरी सरकार दो-तीन पूंजीपतियों के लिए चलाई जा रही है। तीन काले कानून किसानों के खिलाफ उनकी मदद के लिए नहीं उनको खत्म करने के लिए लाया जा रहा था। किसान एक साथ खड़े हुए और देखिए पीएम हाथ जोड़कर कहते हैं कि गलती हो गई, माफी मांगता हूं और फिर माफी मांगने के बाद जो 700 किसान शहीद हुए उनके बारे में संसद में कहते हैं किसी की मौत नहीं हुई। पंजाब की सरकार की ओर से 400 किसानों को मुआवजा दिया गया. मैंने संसद में लिस्ट दी।ये गलती नहीं थी, साजिश थी. कांग्रेस पार्टी खड़ी हुई, किसान खड़े हुए, विपक्ष के लोग खड़े हुए इसलिए प्रधानमंत्री ने माफी मांगी।" बांग्लादेश की पाकिस्तान से मुक्ति के आज 50 साल हुए हैं। इसे लेकर राहुल गांधी ने कहा, "आज इंदिरा जी का कार्यक्रम हुआ, जिसमें इंदिरा गांधी का नाम तक नहीं है। जिस महिला ने इस देश के लिए 32 गोली खाई उनका नाम तक नहीं है।सरकार सच्चाई से डरती है। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। इंदिरा जी ने देश के लिए खून देकर क्या किया। मुझे पता है मुझे समझाने की जरुरत नहीं है।"
रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, "नोटबंदी के बाद गलत जीएसटी, उसके बाद कोरोना के समय भारत के सबसे बड़े लोगों का टैक्स माफ, ये क्या हो रहा है और क्यों हो रहा है। नोटबंदी-जीएसटी पूंजीपतियों का हथियार है. पीएम मोदी लागू (implementation) करने वाले हैं, जब तक केंद्र से बीजेपी की सरकार नहीं हटेगी, तब तक इस देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा. ये देश अपने युवाओं को रोजगार नहीं दे पाएगा।" राहुल ने कहा कि आपके सामने सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी की है।केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करते हुए राहुल गांधी ने कहा, "आप देश को बांटने का काम करते हैं. भारत में किसान की मेहनताना छीनी जा रही है. ये मत सोचिए हिंदुस्तान मजबूत हो रहा है. हेलीकॉप्टर और तोप से देश मजबूत नहीं होता, देश मजबूत तब होता है जब देश का नागरिक मजबूत होता है. जब जनता बिना डरे बोल सकती है, तब देश मजबूत होता है। बांग्लादेश की लड़ाई के समय सेना और सरकार एक दूसरे की सुनते थे। उनके बीच कम्युनिकेशन था. दोनों एक दूसरे की बात सुना करते थे. उस समय अर्थव्यवस्था मजबूत थी. आज वो हालात नहीं है।" उन्होंने कहा कि राफेल की कितनी फोटो दिखा लें।हवाई जहाज और टैंक से देश मजबूत नहीं होता है, आपके साथ रिश्ता है, इसलिए खुलकर बोल सकता हूं।पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राहुल गांधी को सफ़ल नेतृत्व बताते हुए कहा कि उन्ही के मजबूत कंधों पर देश का भविष्य टिका है।देश का हर वर्ग आपकी तरफ आशा भरी नजरों से देख रहा है कि कब आप मौजूदा सरकार से मुक्ति दिलाकर किसानों, मजदूरों, व्यापारियों, सैनिकों,युवाओं, महिलाओं को उनका हक दिलाएंगे।रैली में नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, यशपाल आर्य आदि ने बोलते हुए कहा कि भाजपा जा रही है,कांग्रेस आ रही नदी।कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव भी इस रैली से खुश नजर आए।कहा जा सकता है यह रैली उत्तराखंड में सत्ता परिवर्तन का संकेत है।।
(लेखक- डॉ श्रीगोपाल नारसन एडवोकेट )
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राहुल गांधी की विजय सम्मान रैली दे गई सत्तापरिवर्तन का संकेत!