सिडनी । ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन बेहतर प्रदर्शन के बाद भी कप्तानी की दौड़ से बाहर हैं। एशेज सीरीज में कप्तान पैट कमिंस के घायल होने के बाद कप्तानी की जिम्मेदारी स्टीव स्मिथ को दी गयी है। स्मिथ पहले भी टीम के कप्तान रहे हैं और गेंद से छेड़छाड़ मामले के बाद उन्हें एक साल के लिए प्रतिबंधित करने के साथ ही कप्तानी से भी बाहर कर दिया गया था। वहीं अब एशेज में हालत इस प्रकार के हुए हैं कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) को उनकी वापसी करनी पड़ी है। आंकड़ों पर नजर डालें तो स्मिथ का प्रदर्शन पिछले दो साल में लाबुशेन के मुकाबले कम रहा है। इसके बाद भी लाबुशेन को कप्तान न बनाया जाना यह दिखाता है कि सीए के पास कप्तान के लिए कम विकल्प हैं। टिम पैन ने एशेज सीरीज के ठीक पहले विवादों में आने के बाद अपना पद छोड़ दिया था। उसके बाद से ही सीए के लिए कप्तान का चयन करना कठिन काम रहा है। लाबुशेन पिछले 2 साल से ऑस्ट्रेलिया की ओर टेस्ट में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उनसे स्टीव स्मिथ करीब 500 रन पीछे हैं। ऐसे में उन्हें जिम्मेदारी नहीं दिए जाने पर सवाल भी उठ रहे हैं। इस बारे में कहा जाता है कि वह अंर्तमुखी हैं। लेकिन यह कोई कारण नहीं हैं। टीम इंडिया के वर्तमान कोच राहुल द्रविड़ भी ऐसे ही कहे जाते थे. लेकिन बतौर कप्तान उन्होंने अच्छी सपफलता हासिल की थी। वहीं ट्रेविस हेड को दूसरे टेस्ट के लिए उपकप्तान बनाया गया है जबकि पहले उनको जगह मिलना भी कठिन नजर आ रहा था। पहले टेस्ट में शतक लगाकर इस बल्लेबाज ने अपनी जगह पक्की की है। इससे यह भी नजर आता है कि जिस खिलाड़ी की पहले टीम में जगह तक पक्की नहीं थी बाद में उसे उपकप्तान बनाना पड़ा। इससे साफ है कि टीम को लाबुशेन की नेतृत्व क्षमता पर भरोसा नहीं है जबकि हेड और लाबुशेन दोनो ने बराबर मैच खेले हैं।लाबुशेन का प्रदर्शन हेड ने कहीं अच्छा है।
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लाबुशेन को बेहतर प्रदर्शन के बाद भी कप्तानी के लायक नहीं मानती सीए