वारसॉ । लोकतांत्रिक देश पोलैंड में सत्तारूढ़ दक्षिणपंथी सरकार की प्रेस विरेधी नीतियों के विरुद्ध आमजनता ने बिगुल फूंक दिया है। दरअसल, सरकार द्वारा निशाना बनाए जा रहे अमेरिकी स्वामित्व वाले एक टेलीविजन चैनल के बचाव में और मीडिया की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए समूचे देश में लोग रविवार को सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों में बुजुर्ग भी शामिल थे, जिन्होंने दशकों पहले देश के साम्यवादी शासन का विरोध किया था और जो इस बात से चिंतित हैं कि जिस लोकतंत्र की स्थापना में उन्होंने मदद की, वह अब खत्म होता जा रहा है। कई नागरिक मानते हैं कि पोलैंड की जनवादी दक्षिणपंथी सरकार देश को पश्चिम सभ्यता से दूर कर रही है और अदालतों पर राजनीतिक नियंत्रण लगाने तथा आलोचनात्मक मीडिया को चुप कराने के प्रयासों के साथ तुर्की या रूस से करीब समझे जाने वाले एक सत्तावादी मॉडल को अपना रही है। मुख्य विपक्षी दल के नेता डोनाल्ड टस्क ने देश के नागरिकों से एकजुटता दिखाने और नेतृत्व बदलने का आह्वान किया। संसद ने डिस्कवरी इंक को पोलैंड के सबसे बड़े टेलीविजन नेटवर्क में अपने नियंत्रण वाले हिस्से को बेचने के लिए मजबूर करने संबंधी एक विधेयक शुक्रवार को पारित किया था, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन किए गए।
वर्ल्ड
मीडिया की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए पोलैंड में प्रदर्शन