नई दिल्ली । उत्तर भारत के कई हिस्सों में दो दिन तक और शीत लहर चलने के आसार हैं। मौसम विभाग (आईएमडी) ने इसे लेकर चेतावनी भी जारी की है। हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में शीत लहर का प्रकोप जारी है और अगले दो दिनों तक राहत मिलने के आसार नहीं है। मौसम विभाग ने बताया है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्तिस्तान तथा मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश भी शीत लहर की चपेट में हैं।
आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर, उत्तरखंड और मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सोमवार को लुढ़क गया। इसके साथ ही तेज शीत लहर चल रही है। इससे ठंड में इजाफा हो गया। मौसम विभाग के अनुसार कहीं कहीं पर बेहद तेज शीत लहर चलने के आसार हैं। रविवार को उत्तर पश्चिमी भारत में राजस्थान के चुरू में सबसे कम शून्य से 2.6 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज किया गया। इसके बाद सीकर में शून्य से 2.5 डिग्री नीचे और अमृतसर में शून्य से 0.5 डिग्री से। नीचे तापमान दर्ज किया गया। उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा।
आईएमडी ने उत्तरपश्चिमी भारत में अगले दो दिनों तक शीत लहर चलने का अनुमान जताया है और उसके बाद इससे राहत मिल सकती है। अगले दो दिनों में उत्तराखंड के कुछ क्षेत्रों और पंजाब तथा हरियाणा में 23 और 24 दिसंबर को घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है। मौसम कार्यालय ने बताया कि उत्तरपश्चिमी भारत के मैदानी इलाके मंगलवार तक 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली ठंडी और शुष्क हवाओं की चपेट में रहेंगे, जिससे शीत लहर और ठंड का प्रतिकूल असर बढ़ जाएगा।
आईएमडी के अनुसार, जब दृश्यता शून्य से 50 मीटर के बीच होती है तो उसे बेहद घना कोहरा कहा जाता है, 51 से 200 मीटर के बीच को घना, 201 से 500 के बीच को मध्यम और 501 से 1,000 मीटर के बीच को हल्का कोहरा जाता है। अगर मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है तो आईएमडी शीतलहर की घोषणा करता है। जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे तक चला जाता है और सामान्य से 4.5 डिग्री से। नीचे रहता है तो भी शीत लहर की घोषणा की जाती है।
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पहाड़ों पर बर्फबारी से बढ़ी सर्दी, शीत लहर की चपेट में उत्तर भारतीय राज्य