नई दिल्ली । नए साल 2022 की शुरुआत में ही प्रगति मैदान एक साथ तीन बड़े मेलों से गुलजार होगा। पहला विश्व पुस्तक मेला, दूसरा नक्षत्र मेला और तीसरा आजीविका मेला। मतलब, देश- दुनिया के साहित्य, ग्रामीण दस्तकारों के हुनर और ज्योतिष विज्ञान का समावेश एक ही जगह पर होगा। कोरोना काल में करीब डेढ़ साल तक हर तरह के आयोजन से दूर रहे प्रगति मैदान में हाल ही में अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले के सफल आयोजन के बाद भारतीय व्यापार संवर्धन (आइटीपीओ) से भी उत्साह में है और इसीलिए अब उसन एक साथ तीन बड़े मेलों का संयुक्त आयोजन करने के लिए कमर कस ली है। इस वर्ष यह तीनों मेलों इसलिए भी विशेष महत्व रखते हैं क्योंकि देश आजादी का अमृत महोत्सव एक उत्सव के रूप में मना रहा है। भारत की प्राचीन ज्योतिष विद्या और चिकित्सा तथा पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली को बढ़ावा देने के मकसद से नक्षत्र मेले का आयोजन हाल नं. सात में किया जाएगा। वहीं स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भरता के अवसरों पर प्रकाश डालते हुए आजीविका मेला एक अन्य आकर्षण होगा, जिसमें ग्रामीण कारीगरों, स्वावलंबन समूहों एवं सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यमों के गुणवतापूर्ण उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। यह मेला ग्रामीण विकास मंत्रालय, कपार्ट एवं एमएसएमई मंत्रालय के सहयोग से आयोजित होगा। विश्व पुस्तक मेले के 30वें संस्करण का आयोजन राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एनबीटी) नवनिर्मित हाल नं. दो, तीन, चार व पांच में करने जा रहा है। इसमें विश्वभर के प्रकाशक, लेखक व पाठक जुटेंगे। इस दौरान कई संगोष्ठियों के साथ ही प्रतियोगिताओं व अन्य कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। नौ दिवसीय यानि आठ से 16 जनवरी तक आयोजित होने वाले इन मेलों का समय सुबह 11 से रात आठ बजे तक का रखा गया है। मेला देखने आने वाले दर्शकों को प्रवेश गेट नंबर एक (भैरो मंदिर की ओर) व गेट नंबर 10 (सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन) की ओर से दिया जाएगा।
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नए साल की शुरुआत में दिल्ली के प्रगति मैदान में लगेंगे 3 बड़े मेले