ग्लोबल वार्मिंग के खतरों को लोग भले ही न समझ पा रहे हों, मगर लंदन में इस समस्या को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है। ब्रिटेन में जलवायु परिवर्तन के लिए काम करने वाले एक ग्रुप ने बच्चा पैदा नहीं करने का फैसला लिया है। इसमें शामिल महिलाओं ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन गंभीर समस्या बनती जा रही है। उन्हें दुनिया में सूखे, अकाल, बाढ़ और ग्लोबल वार्मिंग का डर है। आने वाली पीढिय़ों के लिए जीवन की गुणवता बेहतर करने के लिए उन्होंने यह फैसला लिया है। लंदन में रहने वाली 33 साल की ब्लाइथे पेपीनो संगीतकार हैं। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के कारण बच्चे पैदा नहीं करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, मैं बच्चा चाहती हूं। मैं अपने पार्टनर के साथ एक परिवार चाहती हूं। लेकिन, यह दुनिया बच्चों के रहने लायक नहीं है। जनसंख्या पर नजर रखने वाली यूके के चैरिटी का तर्क है कि आबादी बढऩे के साथ-साथ कार्बन उत्सर्जन बढ़ेगा और उष्णकटिबंधीय जंगलों में कमी आएगी। यूएन के मुताबिक, 2030 तक पृथ्वी पर 8.5 बिलियन लोग होंगे और 2100 तक यह आंकड़ा 11 बिलियन तक होने की उम्मीद है।