बेंगलुरु । धर्मांतरण रोकथाम बिल पर कर्नाटक विधानसभा में चल रही बहस के दौरान विधानसभा स्पीकर ने वो दस्तवेज दिखाए जो धर्मांतरण रोकथाम बिल का शुरुआती ड्राफ्ट था। इसे मुख्यमंत्री रहते हुए सिद्धारमैया ने तैयार करवाया था और इस पर उनकी सरकार के कानून मंत्री के हस्ताक्षर थे। धर्मांतरण रोकथाम बिल का कांग्रेस लगातार विरोध कर रही है, लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री मंत्री सिद्धारमैया को उस वक्त बैकफुट पर जान पड़ा जब स्पीकर विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने साबित कर दिया की जिस बिल का सिद्धारमैया विरोध कर रहे है वो उसी ड्राफ्ट के आस पास है जो उन्होंने 2016 में मुख्यमंत्री के तौर पर तैयार करवाया था। उन्होंने विधानसभा में दस्तवेज भी दिखाए।
विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने इस दौरान कहा, "इस पर आपके और आपके कानून मंत्री दोनों के हस्ताक्षर हैं।" इसे पहले सिद्धारमैया ने जब इस बिल का विरोध करना शरू किया तब भी सरकारी खेमे के विधयकों ने कहा कि सिद्धारमैया ने भी ड्राफ्ट तैयार करवाया था और वो स्क्रूटिनी समिति में भी गया था।
इस मामले पर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कहा, "आप कानून के जानकार हैं आप को सब पता है, आप 10 मिनट के लिए इस बिल को पढ़िए और आपको अगर ऐसा लगता है कि आपका जो ड्राफ्ट था वह इससे मिलता-जुलता है तो मेहरबानी करके वापस आ करके इस बिल को पास कर दें।"
उधर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, "मैंने पूर्व कानून मंत्री जय चंद्रा को फोन किया और पूछा, उन्होंने कहा कि हमारे समय में हमने यह सब ऐसा कुछ भी नहीं किया था। उन्होंने बिल्कुल साफ कहा कि ऐसा कुछ हुआ ही नहीं था।"
इस बिल को लेकर सदन में जितनी गहमागहमी है उतना ही विरोध बाहर भी देखने को मिल रहा है। सदन में बहस शरू होने से पहले बेंगलुरु के नजदीक चिकबालपुर में एक और चर्च पर हमला हुआ।
रीजनल नार्थ
कर्नाटक में मुख्यमंत्री रहते हुए सिद्धारमैया ने तैयार करवाया था धर्मांतरण रोकथाम बिल