न्यूयॉर्क । कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का कहर दिखना शुरू हो गया है। अमेरिका और ब्रिटेन समेत कई देशों में ओमिक्रॉन के खतरे के बीच कोरोना के मामलों में तेजी आई है। सरकारें कड़े प्रतिबंध लागू करने के लिए विवश हो गई हैं। यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका के कई राज्यों में कोरोना के मामले रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद कई उड़ानों को रद्द किया गया है। ये उड़ानें ऐसे समय रद्द हुई हैं, जब क्रिसमस के मौके पर दुनियाभर के सैलानी ट्रैवल पर निकलते हैं। उड़ानें रद्द होने से मुसाफिर निराश हैं।
मौजूदा समय यात्रा के लिहाज से साल का सबसे व्यस्त समय है। शुक्रवार से करीब 11,500 उड़ानों को रद्द किया गया है जबकि हजारों उड़ानों में विलंब हुआ है। कई एयरलाइन कंपनियों का कहना है कि कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामलों में तेजी के चलते स्टाफ की कमी हो गई है।
उड़ानों पर नजर रखने वाली वेबसाइट के मुताबिक, इसका असर दुनियाभर में पड़ा है.
सोमवार को करीब तीन हजार उड़ानों को रद्द किया है, जबकि मंगलवार को 1100 और फ्लाइटों को रद्द किया गया है. लोगों के जल्द काम पर लौटने और व्यापक पैमाने पर श्रमबल की कमी की आशंका को कम करते हुए यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने सोमवार को लक्षणविहीन कोरोना मामलों के लिए आइसोलेशन अवधि को 10 से घटाकर 5 दिन कर दिया है। अमेरिका में कोरोना के मामले जनवरी में रिकॉर्ड ऊंचाई तक पहुंचने की ओर बढ़ रहे हैं। टीका नहीं लेने वालों की अच्छी खासी आबादी और तुरंत तथा आसान टेस्टिंग की कमी इस आशंका और बढ़ा रही है।
वर्ल्ड
कोरोना केस बढ़ने के बाद विभिन्न देशों में रद्द की गईं 11,500 उड़ानें