कानपुर । उत्तरप्रदेश के इत्र कारोबारी पीयूष जैन की मुसीबत और भी बढ़ सकती है।डीजीजीआई की छापेमारी में कैश और सोना बरामद होने के मामले में जेल में बंद पीयूष जैन के खिलाफ अब डीआरआई ने मुकदमा दर्ज किया है। सोने की ईंटें मिलने के मामले में डीआरआई यानी राजस्व खुफिया महानिदेशालय ने कस्टम एक्ट में पीयूष जैन के खिलाफ मामला दर्ज किया है।इस तरह से अब डीआरआई गोल्ड स्मगलिंग के एंगल से इसकी जांच करेगी।दरअसल, कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर से बरामद सोने की ईंटों को लेकर एजेंसी को शुरू से शक है कि इनकी तस्करी की गई है।एजेंसी को शक है कि पीयूष जैन के घर से जो 23 किलो सोने की ईंट या बिस्किट बरामद हुए हैं,वे दुबई से आए हैं।इसकारण पीयूष जैन की अकूत संपत्ति के तार गोल्ड स्मगलिंग से भी जुड़े होने का शक पैदा हो गया।अब डीआरआई ने केस दर्ज कर इसकी पड़ताल करेगी।
एजेंसी को शक है कि दुबई में गोल्ड पर टैक्स नहीं है,इसकारण दुनिया भर में वहां से गोल्ड की तस्करी सबसे ज्यादा होती है और हो सकता है कि पीयूष जैन ने यहीं रास्ता चुना हो। अब डीआरआई की टीम अब पता लगाएगी कि ये सोना कहां से आया है और क्या ये सोना तस्करी कर लाया गया? क्या इसके पीछे कोई गोल्ड स्मगलिंग सिंडिकेट है, क्या इस सोने पर कस्टम ड्यूटी चुकाई गई? डीआरडी इस बात का भी पता लगाएगी कि आखिर पीयूष जैन ने ये सोना किससे खरीदा। दरअसल, कस्टम एक्ट का जब भी उल्लंघन होता है, डीआरडीआई मामले में अलग से मुकदमा दर्ज कर अपनी तफ्तीश शुरू करती है। बता दें कि बीते 6 दिनों से जारी रेड में पीयूष के घर से करीब 197 करोड़ रुपये कैश बरामद हुए हैं, वहीं 23 किलो सोना मिला है। पीयूष जैन पर कर चोरी का आरोप है और अब उस 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
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बढ़ी इत्र कारोबारी पीयूष जैन की मुसीबत, डीआरआई ने मुकदमा दर्ज किया