नई दिल्ली । रावसाहेब पाटील दानवे, राज्यमंत्री, रेल, कोयला और खान, भारत सरकार ने जालना से नए कोचों और संशोधित समय वाली नांदेड़-हडपसर (पुणे) एक्सप्रेस और पहली किसान रेल को आज अर्थात् 2 जनवरी, 2022 को जन प्रतिनिधियों और स्थानीय जनता की उपस्थिति में झंडी दिखाकर रवाना किया. रावसाहेब पाटील दानवे ने कहा कि नांदेड़-हडपसर (पुणे) एक्सप्रेस के समय में संशोधन किया गया है ताकि मराठवाडा क्षेत्र के लोगों के लिए सुविधाजनक गाडी समय प्रदान किया जा सके. नए एलएचबी कोच आधुनिक सुविधाएं प्रदान करेंगे जैसे संवर्धित सुरक्षा के लिए सीसीटीवीएस, गाडी चालन समय की जानकारी प्रदान करने के लिए गाडी सूचना प्रणाली आदि. साथ ही, किसान रेल को आज झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जो किसान समुदाय को उनके कृषि उपज जैसे फल, सब्जियां आदि का 50% परिवहन रियायत के साथ परिवहन के लिए देश के बड़े बाजारों के साथ कनेक्टिविटी प्रदान करेगा. उन्होंने कहा कि भारत के माननीय प्रधान मंत्री, श्री नरेंद्र मोदी जी, आत्मानिर्भर भारत के बारे में सपने देखते हैं और भारतीय रेलवे इसे साकार करने के लिए तैयार है. भारतीय रेलवे ने मनमाड-औरंगाबाद सेक्शन के दोहरीकरण का सर्वेक्षण कार्य 1000 करोड़ रु. के व्यय से आरंभ किया है. अगले चरण में औरंगाबाद से जालना और उसके आगे तक रेलपथ दोहरीकरण का कार्य शीघ्र ही आरंभ किया जाएगा. जालना रेलवे स्टेशन पर 100 करोड़ रु. की लागत से पिट लाइन बनाने का प्रस्ताव सक्रिय रूप से विचाराधीन है.
ए.के जैन,अपर महाप्रबंधक, दक्षिण मध्य रेलवे ने कहा कि जोन मराठावाडा क्षेत्र में माल और पार्सल परिवहन पर विशेष ध्यान देने के साथ, अवसरंचना और रेल कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. मराठवाड़ा क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्टेशनों के लिए सुविधाजनक मार्गस्थ समय वाली यह नई एक्सप्रेस गाडी शैक्षणिक केंद्र और औद्योगिक केंद्र पुणे (हडपसर पुणे का उपनगर होने के कारण) से जोड़ती है. साथ ही, जालना से चली पहली किसान रेल राष्ट्रीय बाजार में अपने कृषि उत्पादों को बढ़ावा देने में विधिवत मदद करते हुए कृषक समुदाय के लिए एक उल्लेखनीय परिवर्तन लाएगी.
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रेल राज्यमंत्री रावसाहेब पाटील ने पहली किसान रेल को दिखाई हरी झंडी