बुजुर्गों को पर्याप्त रुप से धूप सेंकनी चाहिये क्योंकि इसकी कमी से हाथ पैरों में दर्द के साथ ही अवसाद का खतरा भी बढ़ जाता है। एक अध्ययन के अनुसार विटामिन-डी का मुख्य स्रोत सूर्य की किरणें हैं। ऐसे में बुजुर्गों को सूर्य के प्रकाश से दूर रखने से उनमें अवसाद का खतरा बढ़ सकता है।
विटामिन-डी की कमी से अवसाद का खतरा 75 फीसदी बढ़ जाता है। शोध में पाया गया कि विटामिन-डी का संबंध हड्डी के अलावा स्वास्थ्य संबंधी अन्य दशाओं से भी है। हैरानी की बात यह है कि इसकी कमी का असर अवसाद पर भी होता है। विटामिन-डी का सेवन सुरक्षित है और अपेक्षाकृत सस्ता भी है। इस शोध में विटामिन-डी से स्वास्थ्य को होने वाले फायदे के प्रमाण मिलते हैं।
बुढ़ापे की अवस्था में लोग शारीरिक और मानसिक तौर पर बेहद कमजोर हो जाते हैं। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि उनके खानपान से लेकर जीवनशैली का खास ख्याल रखा जाए।
शारीरिक कमजोरियां तो आसानी से सामने आ जाती हैं पर इस अवस्था में मानसिक परेशानियों को समझना मुश्किल होता है। इस उम्र में आ कर बुजुर्गों में अवसाद का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसका प्रमुख कारण है उन्हें सूर्य की किरणों से दूर रखना। सूर्य की किरणें विटामिन डी का प्रमुख स्रोत है।
आरोग्य
विटामिन-डी की कमी से बुजुर्गों को अवसाद का खतरा