पेरिस । फ्रांस में कोरोना ने एक बार फिर कोहराम मचाया है यहां कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकारी अधिकारियों ने बच्चों के लिए भी मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। शनिवार को अधिकारियों ने घोषणा की है कि छह साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों को बंद सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना होगा। फ्रांस में लगातार चौथे दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 200,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं। सरकार मास्क पहनने के लिए बच्चों की उम्र 11 साल से घटाकर छह साल कर दिया है। हालांकि सरकार ने अभी तक स्कूलों को बंद नहीं किया है। मास्क के साथ स्कूलों को जारी रखा गया है।
फ्रांस में सोमवार से कक्षाएं फिर से शुरू होंगी और छोटे बच्चों को सार्वजनिक परिवहन, खेल परिसरों और पूजा स्थलों में मास्क पहनना होगा। मास्क पहनना अनिवार्य करने संबंधी यह आदेश पेरिस और ल्योन जैसे शहरों तक बढ़ा दिया गया है। यहां हाल में घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। नए साल के पहले दिन फ्रांस में संक्रमण के 219,126 नए मामले सामने आए, जो 31 दिसंबर 2021 के 232,200 के दैनिक मामलों से थोड़ा कम है। फ्रांस सरकार तेजी से फैलने वाले ओमिक्रॉन स्वरूप से आई महामारी की पांचवीं लहर से देश की अर्थव्यवस्था को बचाने की कोशिश कर रही है। इसलिए लॉकडाउन या कर्फ्यू लगाए बिना स्थिति पर काबू करने का प्रयास कर रही है। फ्रांस में अब तक कोविड-19 से 123,000 लोगों की जान गई है।
कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन दुनिया के 120 देशों में फैल चुका है। कई देशों ने दोबारा से कोरोना संबंधी पाबंदियां लागू कर दी हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख ने बुधवार को कहा कि वह ओमिक्रॉन और डेल्टा वेरिएंट के मिलने से संक्रमण के मामलों की ‘सुनामी’ आने की आशंका को लेकर चिंतित है। डब्ल्यूएचओ चीफ टेडरोस एडनोम गेब्रियासिस ने कहा कि डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट की ऐसी सुनामी आएगी कि हेल्थ सिस्टम तबाही के कगार पर पहुंच जाएगा।
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फ्रांस में कोरोना कहर, आंकड़ा दो लाख के पार -6 वर्षीय बच्चों के लिए भी मास्क अनिवार्य