चंडीगढ़। हरियाण की राजधानी चंडीगढ़ में पुलिस ने देसी पत्रकार के नाम से मशहूर करमू को गिरफ्तार किया है। करमू पर आरोप है कि वह कोरोना वैक्सीन और मास्क को लेकर लोगों में गलत बातें प्रसारित कर रहे हैं। हाल ही में करमू ने नरवाना में एक डॉ देवेंद्र भलारा का इंटरव्यू किया था। जिसमें डॉ देवेंद्र भलारा ने दावा किया था कि मास्क जरूरी है या नहीं। इस इंटरव्यू में कोरोना वैक्सीन पर भी सवाल उठाये गए थे। करमू पर आरोप है कि उसने मास्क नहीं पहना था। वहीं पुलिस के काम में बाधा डालने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के अनुसार एसडीएम ऑफिस विवेक नरूला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया की उनकी टीम सेक्टर 37 में चालान करने गई थी। इस दौरान कर्मवीर और डॉक्टर देवेंद्र बलहारा ने मास्क नहीं पहन रखा था। एसडीएम दफ्तर की टीम ने उन्हें मास्क पहनने के लिए कहा। लेकिन उन्होंने मास्क पहनने से साफ इंकार कर दिया। पुलिस के अनुसार दोनों ने एसडीएम दफ्तर के अधिकारियों की ड्यूटी में बाधा डाली। जिसके बाद एसडीएम के दफ्तर में तैनात विवेक नरूला ने पुलिस को इसकी लिखित में शिकायत दी। शिकायत के आधार पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं हाईकोर्ट के वकील सुरेंद्र गौड़ और गंगा सिंह गोपेरा ने संगीन आरोप लगाते हुए बताया कि पुलिस ने गैर जमानती धारा लगाकर पत्रकार और डॉक्टर को टारगेट किया है। वीडियो को देखने से पता लगता है की इन्होंने कोई ड्यूटी में बाधा नहीं डाली। पुलिस ने जो आईपीएस की धारा 353 लगाई है वह बिल्कुल गलत है। यह धारा बनती ही नहीं थी। इसको हम हाईकोर्ट में चैलेंज करेंगे। वहीं थाना प्रभारी जुल्दान सिंह ने बताया की प्रशासन द्वारा निर्धारित किए गए अधिकारियों द्वारा सेक्टर 37 में कोई गाइडलाइन की अवहेलना करने वालों के चालान काटे जा रहे थे। जिसके चलते सरकारी काम में बाधा डाली गई और उन अधिकारियों की शिकायत पर 2 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।
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पत्रकार करमू कोरोना प्रोटोकाल उल्लंघन में गिरफ्तार -मास्क न पहनने और काम में बाधा डालने का आरोप