नई दिल्ली । पूर्वोत्तर रेलवे मुख्य रूप से यात्री-उन्मुख प्रणाली है। इसने 2021 के दौरान जनता को सुरक्षित, तेज, आरामदायक और विश्वसनीय परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने में अपने आप को एक प्रमुख क्षेत्र के रूप में स्थापित किया है।
- बुनियादी ढांचा विकासः
47 किमी लाइन का गेज परिवर्तनः शाहजहांपुर-शहबाज नगर (4 किमी) और मैलानी-शाहगढ़ (41 किमी)
101 किमी का दोहरीकरण और विद्युतीकरण :
औंरिहार-गाजीपुर शहर (40 किलोमीटर)
सीतापुर-परसेंडी (16.8 किमी)
माधोसिंह-ज्ञानपुर रोड (14.6 किमी)
बलिया-फाफना (10.5 किमी)
औंरिहार-धोभी (20 किमी)
406 किमी का विद्युतीकरण
बलिया और गाजीपुर में कोच रखरखाव सुविधाएं स्थापित की गई हैं
06 आरओबी का काम पूरा कर लिया गया है।
- यात्री सुविधाएं:
10 विभिन्न स्टेशनों पर 24 एस्केलेटर उपलब्ध कराए गए।
8 अलग-अलग स्टेशनों पर 22 लिफ्ट लगाई गई हैं।
47 रेलवे स्टेशनों को आदर्श स्टेशनों के रूप में विकसित किया गया।
सभी 295 पात्र स्टेशनों में वाईफाई प्रदान की गई।
संदीप सिंह/देवेंद्र/ईएमएस/नई दिल्ली/04/जनवरी/2022
रीजनल नार्थ ईस्ट
पूर्वोत्तर रेलवे के 75 प्रतिशत से अधिक मार्गों का अभी तक विद्युतीकरण हो चुका है