नई दिल्ली । दिल्ली में लगभग एक लाख नए राशन कार्ड बनाने का रास्ता साफ हो गया है। एक महीने में नए कार्ड बनाने का काम शुरू हो सकता है। दरअसल दिल्ली सरकार उन राशन कार्डधारकों पर बड़ी कार्रवाई करने जा रही है, जिन्होंने पिछले चार महीने से राशन नहीं लिया है। ऐसे राशन कार्डधारकों की संख्या एक लाख के करीब है। जांच के बाद इन राशन कार्डों को रद्द करके लंबे समय से लंबित एक लाख आवेदकों के राशन कार्ड बनाए जाएंगे। दिल्ली में बीते दो साल से लगभग डेढ़ लाख राशन कार्ड आवेदन पेंडिंग श्रेणी में रुके हुए हैं। दिल्ली सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने चार महीने से राशन न लेने वालों की जिलेवार रिपोर्ट तैयार की है। आधिकारिक सूत्रों की माने तो यह रिपोर्ट जुलाई से अक्तूबर 2021 के बीच तैयार की गई है। विभाग के आईटी ब्रांच की ओर से विश्लेषण के बाद इन आंकड़ों पर रिपोर्ट तैयार कर खाद्य आपूर्ति आयुक्त को भेजी जा चुकी है। चार महीने से राशन नहीं लेने वाले राशन कार्डधारकों की संख्या 98,971 है। सूत्रों की माने तो इस तरह के राशनकार्ड उन लोगों के भी हो सकते हैं, जो कोरोना काल के दौरान दिल्ली छोड़कर चले गए हो। या फिर कार्डधारक किरायेदार हो और अपना घर बदल लिया हो। कुछ को कार्ड पर राशन की जरूरत न हो। विभागीय सूत्रों की माने तो विभाग ऐसे लोगों के राशन कार्ड रद्द करने की कार्रवाई से पहले जिला सहायक आयुक्त स्तर पर इनकी जांच करवाएगा। इस संबंध में सहायक आयुक्तों को इनकी जांच करने के आदेश दिए जा चुके हैं। जांच के बाद ही विभाग नियमों के मुताबिक आगे की कार्रवाई करेगा। जांच के दौरान भी राशनकार्ड होल्डर्स का कुछ पता नहीं चलता या संपर्क नहीं हो पाता है तो लंबे समय से लंबित आवेदनों पर विचार किया जाएगा। इसके बाद जरूरतमंदों को नया राशनकार्ड जारी किया जाएगा। जानकारी के
मुताबिक दिल्लीभर में अलग-अलग वर्गों में जारी किए गए कुल राशनकार्ड की संख्या 17 लाख 79 हजार 431 हैं। इनमें से जिन 98,971 राशनकार्ड धारकों ने चार महीने से राशन नहीं लिया, वह एएवाई वर्ग के के 3,870, पीआर वर्ग के 86,970 और पीआरएस वर्ग के 8,131 राशनकार्ड धारक हैं।
रीजनल नार्थ
दिल्ली में एक लाख नए राशन कार्ड बनने का रास्ता साफ