बेंगलुरु । घातक वायरस कोरोना का अधिकृत नाम कोविड है और इस शब्द का उच्चारण होते ही लोगों के कान खड़े हो जाते हैं। लेकिन आपकों बता दें कि इन दिनों कोविड नाम का एक शख्स खूब चर्चा में है। जी हां, ‘कोविड’ कपूर नाम से चर्चा में आए इस शख्स की कहानी बड़ी ही दिलचस्प है। दरअसल, बेंगलुरु में रहने वाले 31 साल के एक शख्स का नाम कोविड कपूर है। इस शख्स का नाम कोविड महामारी से मिलती है इसलिए लोग इन्हें चिढ़ाते और उनका वायरस से नाम जोड़कर मज़ाक उड़ाते हैं। होलीडिफाई के सह-संस्थापक कोविड कपूर ने ट्विटर पर बताया कि कैसे लोग उनके नाम से 'खुश' हैं, इसके लिए कोरोनोवायरस महामारी को धन्यवाद। कोविड ने ट्विटर पर लिखा कि कोरोना के बाद पहली बार भारत से बाहर गया और मेरे नाम ने लोगों का मनोरंजन किया। उन्होंने आगे कहा कि भविष्य की विदेश यात्राएं मजेदार होने वाली हैं!
बेंगलुरु के रहने वाला इस शख्स ने अपने नाम को लेकर बताया कि उसका नाम ‘कोविड’ नहीं बल्कि कोविंद था, लेकिन अंग्रेजी में सॉफ्ट डी का कोई उच्चारण नहीं है इसलिए कोविंद कोविड के रूप में बदल गया। हालांकि कोविड को अपने नाम से कोई परेशानी नहीं है और वह इससे काफी खुश है। उन्होंने बताया कि उनके नाम का अर्थ वास्तव में "विद्वान" या वो है जिसने 'सीखा' है और यह हनुमान चालीसा से लिया गया है।
कोविड के बायो में लिखा था, 'मेरा नाम कोविड है और मैं वायरस नहीं हूं। उद्यमी ने यह भी बताया कि उनके दोस्तों ने उसके 30वें जन्मदिन के लिए एक केक का ऑर्डर दिया था लेकिन बेकर ने माना कि उन्होंने नाम की गलत स्पेलिंग दी और कोविड को 'सही' कर दिया, इतना ही नहीं यहां तक कि ने भी नाम की गलत स्पेलिंग उससे पूछा कि क्या आपका मतलब- केविड है।
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बेंगलुरु) कोविड कपूर नाम से चर्चा में आए बेंगलुरु के शख्स ने कोरोनोवायरस को दिया धन्यवाद