नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के प्रवेश द्वारों पर किसान आंदोलन की झलक दिखाई देगी। विशेष तौर पर टीकरी बॉर्डर वाले प्रवेश द्वार पर। दिल्ली सरकार ने राज्य के 12 प्रमुख प्रवेश स्थानों पर प्रवेश द्वार बनाने की योजना तैयार की है। योजना को पिछले वर्ष कैबिनेट की ओर से मंजूरी भी मिल चुकी है। योजना के तहत दिल्ली सरकार पहले चरण में पांच प्रवेश द्वार बनाएगी। ये पांच प्रवेश द्वार गुड़गांव बॉर्डर, टीकरी कलां बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, अप्सरा बॉर्डर और कौशांबी के पास आनंद विहार बॉर्डर पर बनाए जाएंगे। टीकरी बॉर्डर पर प्रवेश द्वार के सौंदर्यीकरण में किसान आंदोलन के चित्र समेत दिल्ली के ग्रामीण इलाकों की झलक दिखाई जाएगी। दिल्ली अर्बन आर्ट कमीशन (डीयूएसी) ने टीकरी बॉर्डर पर एक प्रवेश द्वार का निर्माण करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके अलावा प्रवेश स्थान पर 200 मीटर तक के क्षेत्र के सौंदर्यीकरण को भी मंजूरी दी गई है। दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम द्वारा इन द्वारों का निर्माण किया जाएगा। परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि इस योजना का लक्ष्य दिल्ली की विरासत को प्रदर्शित करना और इस प्रकार सौंदर्यीकरण करना है कि जब लोग राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करें तो उन्हें शहर के वैभव का पता चले। टीकरी बॉर्डर पर प्रवेश द्वार के निर्माण और 200 मीटर सौंदर्यीकरण की मंजूरी मिल गई है।
रीजनल नार्थ
किसान आंदोलन की यादें कायम रखेगी आप की सरकार