शिमला । हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला समेत कई जिलों में एक बार फिर बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। सोमवार को हुई इस बर्फबारी के चलते शिमला समेत प्रदेश के कई इलाकों में 774 सड़कों पर आवागमन ठहर गया। ऊपरी शिमला इलाके में लोगों तक ब्रेड, मिल्क और अखबार जैसी जरूरी चीजें भी नहीं पहुंच पाईं या फिर देरी से पहुंचीं। बर्फ जमने की वजह से सड़कों पर काफी फिसलन हो गई है और इस वजह से हुई दो घटनाओं में 5 लोगों की मौत होने की खबर है।
सोमवार देर शाम सराहण के निकट शंगोली गांव में एक कार के रोड के नीचे गिरने से दो महिलाओं और एक बच्चे समेत परिवार के ही 5 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा हासन घाटी में भी कुफरी के नजदीक एक कार खाई में गिर गई। इसमें दो लोग घायल हुए हैं। सड़कों के बर्फ के ढकने की वजह से ऑफिस जाने वालों को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। प्रदेश की जिन 774 सड़कों पर आवागमन बंद हुआ है, उनमें से 261 शिमला में हैं। इसके अलावा 170 लाहौल-स्पीति में हैं और 139 कुल्लू में हैं। जबकि, 85 सड़कें चंबा, 60 किन्नौर और 51 मंडी में हैं।
यही नहीं, राज्य में 2,360 ट्रांसफार्मर्स के खराब होने से बिजली की आपूर्ति भी कई जगहों पर लंबे समय के लिए ठप हो गई। एक तरफ प्रदेशवासियों को बारिश और बर्फबारी के चलते मशक्कत करनी पड़ रही है, तो वहीं सैलानियों की भीड़ भी पहुंची है। शिमला में सोमवार को ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई। शहर में हुई बर्फबारी को देखने के लिए दूर-दूर से सैलानी पहुंचे हैं। सोमवार को हल्की धूप भी रही। ऐसे में बर्फबारी के बाद निकली धूप से लोग राहत महसूस करते दिखे। भले ही देश भर में कोरोना की लहर है, लेकिन होटलों की 90 फीसदी तक की बुकिंग फिलहाल चल रही है। माना जा रहा है कि स्नोफॉल के सीजन के चलते यह स्थिति है और आने वाले दिनों में इसमें कमी आ सकती है।
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शिमला-लाहौल स्पीति में भारी बर्फबारी, 774 सड़कों पर बर्फ जमने से आवागमन ठप, दो हादसों में 5 लोगों की मौत