नई दिल्ली । भाजपा छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने आरोप लगाया है कि पिछड़े वर्ग की समस्याओं को भाजपा ने अनसुना किया और पार्टी ने मुझे मंत्री बनाकर उपकार नहीं किया था। मौर्य ने यह भी कहा कि भाजपा को उनका शुक्रगुजार होना चाहिए कि उन्होंने 2017 की विजय के साथ पार्टी के 14 साल के वनवास को खत्म किया। स्वामी प्रसाद ने वर्ष 2016 में बहुजन समाज पार्टी को छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन की थी।
ऐसा माना जा रहा है कि मौर्य के साथ कम से कम चार विधायक अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी से जुडेंगे। इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने एक समाचार चैनल से कहा, 'कहां आने वाले हैं, कहां आने वाले हैं....सब कुछ 14 जनवरी को स्पष्ट हो जाएगा। ' पांच बार विधायक रहे मौर्य ने कहा, 'देखिए, जब मैंने बीएसपी छोड़ी तब यह यूपी की नंबर वन पार्टी थी, अब कहीं नहीं है। जब मैंने बीजेपी ज्वॉइन की तो यह 14 साल के बनवास से निकली और राज्य में बहुमत की सरकार बनाई।' उन्होंने कहा कि मेरे बीएसपी छोड़ने के बाद यह पार्टी धराशायी हो गई और मेरी वजह से यूपी में बीजेपी की लोकप्रियता बढ़ी। उन्होंने मंत्री बनाकर मुझ पर अहसान नहीं किया। बीजेपी के लिए उलटी गिनती शुरू हो गई है। मंत्री पद छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने इससे पहले कहा था, 'मेरे जाने से बीजेपी में भूचाल आ गया है। केशव प्रसाद मौर्य जी को मुझे मनाने की ज़िम्मेदारी दी गई है। केशव मेरे छोटे भाई हैं, पर 5 साल से वो भी बेचारे ही हैं। मेरे साथ अभी मंत्री भी आएंगे और विधायक भी।'
रीजनल नार्थ
भाजपा को मेरा शुक्रगुजार होना चाहिए कि मैंने पार्टी के 14 साल के वनवास को खत्म किया - स्वामी प्रसाद मौर्य