नई दिल्ली । कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए काफी घातक साबित हो सकती है,इसके लिए चिकित्सकों ने कहा है कि बच्चों में किसी भी लक्ष्ण को नजर अंदाज नहीं करें। अगर आपके बच्चे में तेज बुखार और कंपकपी जैसे लक्ष्ण सामने आ रहे हैं,तब सावधान रखे। डॉक्टरों ने बताया कि इसके लक्ष्ण डेल्टा वेरिएंट से थोड़े अलग है। तेज बुखार और कंपकपी जैसे लक्ष्ण लगने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें और उसके परामर्श से ही उपचार कराएं। तेज बुखार की स्थिति में शिशुओं को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं है। आप कभी भी पैनिक न हों और सतर्कता से सरकार द्वारा दी गई सभी गाइड लाइन का पूरी तरह से पालने करें, यही एक तरीका है जिससे आप अपने दिल के टुकड़े को कोरोना से बचा सकते हैं। ओमिक्रोन वेरिएंट में मरीजों की स्वाद लेने की क्षमता और गंध में कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि दस में से केवल दो या तीन मरीज गंध और स्वाद जाने की शिकायत कर रहे हैं।
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बच्चे में तेज बुखार और कंपकपी जैसे लक्ष्ण होने पर डॉक्टरों को जरुर बताए