YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

नेशन

कोरोना बेलगाम, सुपरफास्ट हुआ संक्रमण -2.5 लाख लाख केस के साथ पॉजिटिविटी दर चिंताजनक

कोरोना बेलगाम, सुपरफास्ट हुआ संक्रमण -2.5 लाख लाख केस के साथ पॉजिटिविटी दर चिंताजनक

नई दिल्ली । देश में कोरोना बेलगाम होता दिख रहा है। महामारी शुरू होने से लेकर अब तक भारत में पहली बार एक ही दिन में नए कोरोना केस 50,000 और बढ़ गए। जी हां, यह सबसे बड़ी उछाल है। 24 घंटे में देश में करीब 2.5 लाख नए केस सामने आए हैं, जो एक दिन पहले मंगलवार से 50 हजार ज्यादा है। 26 मई के बाद कोरोना का आंकड़ा पहली बार 2 लाख के पार हुआ है। इन आंकड़ों की रफ्तार देख विशेषज्ञों की वह आशंका गहराने लगी हैं, जिसमें उन्होंने 4 से 8 लाख केसेज रोज आने की बात कही है। त्रिपुरा का आंकड़ा शामिल किए बगैर ही बुधवार को नए संक्रमण के मामले 2,46,443 पहुंच गए। अंतिम आंकड़ा 2.47 लाख से ज्यादा हो सकता है। इससे पहले कोरोना की दूसरी लहर जब पीक के करीब थी, 27 अप्रैल 2021 को एक दिन में सबसे बड़ी उछाल (43,196) देखी गई थी। कोरोना की तीसरी लहर में एक्सपर्ट का कहना है कि इस महीने के अंत में या फरवरी में पीक आ सकता है।
10 या 20 नहीं, देश के 300 जिलों में वीकली पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत के ऊपर पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों को देखें तो एक हफ्ते पहले यह केवल 78 जिलों में था। पॉजिटिविटी रेट 30 दिसंबर को 1.1 प्रतिशत था, जो बुधवार को 11.05 प्रतिशत हो गया। 19 राज्यों में 10,000 से ज्यादा ऐक्टिव केस हैं। केंद्र सरकार ने साफ कहा है कि महाराष्ट्र, बंगाल, दिल्ली, तमिलनाडु, कर्नाटक, यूपी, केरल और गुजरात कोरोना केस बढ़ने के कारण चिंता पैदा कर रहे हैं।
देशभर में एक दिन में कोरोना से 203 लोगों (त्रिपुरा को छोड़कर) की मौत हुई है। 27 अक्टूबर के बाद पहली बार रोजाना मौतों का आंकड़ा भी 200 के पार गया है। फिलहाल, डेली केसेज खतरनाक तरीके से बढ़ रहे हैं। सोमवार को गिरावट देखी गई थी, अगर उस दिन को छोड़ दिया जाए तो 28 दिसंबर से शुरू होकर बुधवार 15वां दिन रहा, जब रोज आने वाले मामलों में दो अंकों की ग्रोथ देखी गई। मंगलवार की तुलना में, बुधवार को फ्रेश केसेज में 26.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। राहत की बात यह है कि कोरोना की दूसरी खतरनाक लहर के समय जिस तेजी से मौतें हो रही थीं, वैसा नहीं है। दूसरी लहर के दौरान पहली बार कोरोना केस 14 अप्रैल को 2 लाख के आंकड़े को पार किए थे। उस दिन देश में 896 मौतें हुई थीं। हालांकि धीरे-धीरे ही मौतों की संख्या इस समय भी बढ़ ही रही है। पिछले सात दिनों में ही मौतों का आंकड़ा, उससे पहले के हफ्ते की तुलना में 81 प्रतिशत ज्यादा रहा। देशों का अगर तुलनात्मक अध्ययन करें तो कोरोना केस की रफ्तार के नजरिए से भारत एक बार फिर दुनिया के सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में पहुंच चुका है। 11 जनवरी को केवल अमेरिका में भारत से ज्यादा केस रिपोर्ट किए गए थे। फिलहाल, चार देश- अमेरिका, भारत, यूके और इटली में रोज एक लाख से ज्यादा मामले आ रहे हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को कोविड के 27,561 नए मामले आए जबकि कोरोना वायरस संक्रमण से 40 लोगों की मौत हुई है। शहर में संक्रमण की दर 26.22 प्रतिशत दर्ज की गई है। पिछले साल 10 जून को संक्रमण से हुई 44 लोगों की मौत के बाद, बुधवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 40 लोगों की मौत संक्रमण से हुई है। 
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि भारत में कोविड-19 संक्रमण में तेजी से इजाफा देखा गया है और नमूनों की जांच में संक्रमण की दर 30 दिसंबर को 1.1 प्रतिशत से बढ़कर बुधवार को 11.05 प्रतिशत हो गई। इस समय भारत में 300 जिलों में साप्ताहिक संक्रमण दर 5 प्रतिशत से अधिक है।
वहीं, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल का कहना है कि ओमिक्रोन सामान्य सर्दी-खांसी नहीं है, इसे हल्के में नहीं ले सकते। हमें सतर्कता बरतने और टीका लगवाने की जरूरत हैं, वहीं कोविड अनुकूल व्यवहार अपनाते रहना होगा। हमारे कोविड बचाव कार्यक्रम में टीकाकरण एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।
 

Related Posts