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आजम की पिच पर अब अब्दुल्ला करेंगे बल्लेबाजी

आजम की पिच पर अब अब्दुल्ला करेंगे बल्लेबाजी

नई दिल्ली । सपा नेता एवं सांसद मोहम्मद आजम खां की सियासी पिच पर अब उनके छोटे बेटे अब्दुल्ला आजम बल्लेबाजी करेंगे। सभी केसों में जमानत मिलने के बाद अब्दुल्ला आजम लगभग दो साल बाद शनिवार की देर शाम वह सीतापुर जेल से रिहा होने के बाद वह रविवार को तड़के रामपुर पहुंचे। रामपुर पहुंचने पर आजम समर्थकों ने अब्दुल्ला का गर्मजोशी से स्वागत किया। अब्दुल्ला दोपहर में लखनऊ के लिए रवाना हो गए और शाम को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात करके आगे की चुनावी रणनीति पर चर्चा की। अब्दुल्ला आजम के उम्र संबंधी विवाद के बाद दो जन्म प्रमाण पत्र, दो पैन और दो पासपोर्ट मामलों में फंसने के साथ ही पिता आजम खां के खिलाफ जमीनों पर अवैध कब्जों से लेकर लूटपाट, भैंस चोरी, बकरी चोरी, धोखाखड़ी सरीखे सौ से अधिक मुकदमे दर्ज हुए। अब्दुल्ला आजम की मां और शहर विधायक तजीन फातिमा भी कई मुकदमों में सह अभियुक्त बनीं। इसके बाद आजम खां ने 26 फरवरी 2020 को बेटे अब्दुल्ला आजम और पत्नी तजीन फातिमा के साथ कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। कोर्ट ने तीनों को न्यायिक अभिरक्षा में रामपुर जिला जेल भेजा दिया। जिला प्रशासन ने तीनों लोगों को रातोंरात सीतापुर जेल भेज दिया था। आजम खां के जेल जाने के बाद से रामपुर के सपाई न सिर्फ मायूस थे, बल्कि वह खुद को कमजोर भी महसूस कर रहे थे। कई मौकों पर यह ऐसा दिखाई भी दिया, लेकिन चुनाव आया तो उन मायूस सपाइयों में जोश भरने के लिए आजम ने अपने बेटे अब्दुल्ला को रहनुमाई के लिए रामपुर भेज दिया है। लिहाजा, आजम की गैरमौजूदगी में जिले में सपा का चुनावी प्रबंधन खुद अब्दुल्ला आजम संभालेंगे। रामपुर। अब्दुल्ला आजम खां को उनके खिलाफ दर्ज मुकदमों में जमानत कई माह पहले ही मिल गई थी, लेकिन उनकी ओर से जमानती दाखिल ही नहीं किए गए थे। उनकी रणनीति विधानसभा चुनाव घोषित होने पर आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद ही जेल की सलाखों से बाहर आने की थी। इसी के चलते आचार संहिता लागू होने के बाद उन्होंने चंद रोज पहले जमानती दाखिल करने की कानूनी प्रक्रिया का पालन किया और अपनी सियासी रणनीति के तहत सलाखों से बाहर आ गए। अब्दुल्ला आजम शनिवार को देर शाम सीतापुर जेल से रिहा होने के बाद रविवार को तड़के रामपुर आए। जब आए तो यहां हुजूम था, अभिवादन स्वीकारा और फिर घर में दाखिल हुए। दोपहर में यहां से लखनऊ रवाना हो गए। वहां पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की। सोमवार को प्रयागराज पहुंचेंगे। वहां आजम पर दर्ज मुकदमों के बारे में कानूनी राय-मशवरा करेंगे।
 

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