YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

वर्ल्ड

टोंगा में ज्वालामुखी विस्फोट के बाद अमेरिका में सुनामी की चेतावनी, जापान से टकराईं ऊंची-ऊंची लहरें

टोंगा में ज्वालामुखी विस्फोट के बाद अमेरिका में सुनामी की चेतावनी, जापान से टकराईं ऊंची-ऊंची लहरें

वॉशिंगटन । न्यूजीलैंड के पास टोंगा के समुद्र में भीषण ज्वालामुखी विस्फोट के बाद अमेरिका की नेशनल वेदर सर्विस ने प्रशांत महासागर से सटे कई राज्यों में सुनामी की चेतावनी जारी की है। यूएस वेस्ट कोस्ट, हवाई और अलास्का में सुनामी के दौरान समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरों के उठने का खतरा पैदा हो गया है। जापान से भी सुनामी के टकराने की सूचना है, हालांकि अभी तक जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। नेशनल वेदर सर्विस की सुनामी की चेतावनी को अब अमेरिकी राज्यों कैलिफोर्निया, ओरेगन, वाशिंगटन, दक्षिणपूर्व और दक्षिण अलास्का (अलास्का प्रायद्वीप के साथ), कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया और अलेउतियन द्वीप समूह के लिए बढ़ा दिया गया है। चेतावनी के बाद अमेरिका के आपदा नियंत्रण विभाग ने तटीय इलाकों में अलर्ट के स्तर को बढ़ा दिया है। इतना ही नहीं, स्थानीय प्रशासन को भी राहत और बचाव टीम के साथ अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है।
नेशनल वेदर सर्विस के सुनामी अलर्ट अकाउंट से ट्वीट कर कहा गया है कि जो लोग समुद्र तटों, बंदरगाहों, मरीना और अन्य तटीय क्षेत्रों के पास रहते हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे तटों से दूर रहें और ऊपरी इलाके की ओर जाएं। खबर है कि तट के किनारे खड़ी कई नावों को तेज लहरों ने बाहर फेंक दिया है। 
जापानी मीडिया एनएचके ने देश की मौसम विज्ञान एजेंसी का हवाला देते हुए बताया कि दक्षिणी अमामी द्वीप और कागोशिमा प्रान्त में टोकारा द्वीप समूह के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा प्रशांत महासागर के किनारे स्थित अधिकतर देशों में इसका प्रभाव पड़ने का अनुमान जताया गया है। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि सुनामी के दौरान तीन मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं। सुनामी की यह चेतावनी प्रशांत महासागर में स्थित एक देश टोंगा के पास समुद्र के नीचे शक्तिशाली ज्वालामुखी विस्फोट के बाद आई है। इस देश में सुनामी की ऊंची लहरों के टकराने की सूचना है। हालांकि, कम्यूनिकेशन सिस्टम की लचर स्थिति के कारण नुकसान से संबंधित जानकारी नहीं मिल सकी है। वैज्ञानिकों ने अनुसार, सुनामी के कारण तटीय इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं हो सकती हैं।
 

Related Posts