प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन के प्रवर्तक वेणुगोपाल धूत से लम्बी पूछताछ की। तीनों से यह पूछताछ धनशोधन निरोधक अधिनियम (मनी लॉन्ड्रिंग) के तहत की गयी। तीनों को नियमित समन के तहत बुलाकर उनके बयान दर्ज किए गए। निदेशालय पहले भी इन तीनों से कथित भ्रष्टाचार के मामले में पूछताछ कर चुका है। इस मामले में बैंक और वीडियोकॉन समूह शामिल है। निदेशालय ने पिछले महीने दिल्ली में अपने कार्यालय में कई बार की पूछताछ के दौरान चंदा कोचर और दीपक कोचर के बयान दर्ज किए थे। निदेशालय कोचर दंपत्ति एवं अन्य की परिसंपत्तियों की जानकारियों का आकलन करने की भी तैयारी कर रहा है ताकि वह मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत अस्थायी तौर पर इन्हें कुर्क कर सके। निदेशालय चंदा के देवर राजीव कोचर से भी इस मामले में कई बार पूछताछ कर चुका है।
प्रवर्तन निदेशालय ने आईसीआईसीआई बैंक से वीडियोकॉन समूह को 1875 करोड़ रुपये का रिण मंजूर करने में भ्रष्टाचार और अनियमिता और धन के अवैध लेनदेन के आरोप में इस साल चंदा कोचर, दीपक कोचर, धूत और अन्य के खिलाफ मनी लांडरिंग निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया था।
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चंदा कोचर, दीपक कोचर और वेणुगोपाल धूत से शुक्रवार ईडी ने की पूछताछ