वॉशिंगटन । दुनिया का सबसे बड़ा विमान आरओसी एक बार फिर से आकाश में उड़ान भरने लगा है। इस विमान ने करीब 8 महीने के बाद पहली बार अपनी टेस्ट उड़ान भरी है। इस विमान ने 4 घंटे और 23 मिनट तक हवा में रहकर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। इस दौरान वह ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाके से भी गुजरा। इस विमान को बनाने वाली कंपनी स्ट्रेटोलॉन्च ने कहा कि यह विमान 23500 फुट की ऊंचाई तक गया। कंपनी ने कहा कि यह विमान की सबसे अच्छी उड़ान थी। इससे पहले की उड़ान में विमान करीब 17 हजार फुट की ऊंचाई तक गया था। इस विमान को 35 हजार फुट तक की ऊंचाई पर उड़ान भरने के लिए डिजाइन किया गया है। कंपनी के सीईओ ने कहा कि यह सफल उड़ान यह दर्शाती है और इस बात की पुष्टि करती है कि विमान बढ़िया काम कर रहा है। इस विमान में बोइंग 747 के 6 इंजन लगे हैं और इससे हवा में ही हाइपरसोनिक एयरक्राफ्ट को लॉन्च किया जा सकता है।
इस विमान के इतिहास में यह तीसरी उड़ान थी। इसे अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य के एक एयरपोर्ट से उड़ाया गया था। इस विमान के पंखों की चौड़ाई 117 मीटर है। स्ट्रेटोलॉन्च कंपनी की स्थापना माइक्रोसाफ्ट के सहसंस्थापक पॉल एलन ने साल 2011 में की थी। इस विमान को बनाने का उद्देश्य यह था कि हवा से ही सैटलाइट को आसानी से अंतरिक्ष में लॉन्च किया जा सके। यह विमान सुपरसोनिक वाहनों को आकाश में ले जाने में सक्षम है। इसमें लगे 6 शक्तिशाली इंजन 249475.804 किलो वजन हवा में 35 हजार फुट की ऊंचाई पर ले जा सकते हैं। यह एक कॉन्सेप्ट एयरक्राफ्ट है जो काफी ऊंचाई से रॉकेट लॉन्च कर सकेगा। इससे भविष्य में परंपरागत तरीके से सैटलाइट को लॉन्च करने का वैकल्पिक जरिया मिल सकता है। पॉल एलन की साल 2018 में मौत के बाद यह कंपनी बिक गई थी। इसके नए मालिक अब इस विमान से हाइपरसोनिक रॉकेट को लॉन्च करना चाहते हैं जिसकी स्पीड ध्वनि से 5 गुना ज्यादा होती है।
वर्ल्ड
दुनिया के सबसे बड़े विमान ने आठ माह बाद फिर भरी उड़ान - फुटबॉल के मैदान से भी बड़ा है विमान का आकार