मुंबई, । महाराष्ट्र के 106 नगरपंचायतों में हुए चुनाव का बुधवार को परिणाम घोषित हुआ और पंचायत चुनावों में भाजपा ने सबसे ज्यादा सीटें जीतीं हैं जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) दूसरे स्थान पर रही. 106 नगर पंचायतों और 2 जिला परिषदों के लिए हुए चुनावों में भाजपा ने नगर पंचायतों में सबसे अधिक 416 सीटें जीतीं, इसके बाद एनसीपी ने 378 सीटें जीतीं. एनसीपी ने 25 और उसके बाद भाजपा ने 24 नगर पंचायतों में जीत हासिल की. इस चुनाव में शिवसेना और कांग्रेस तीसरे और चौथे स्थान पर पहुंच गईं. हालांकि सत्तारूढ़ तीनों दलों ने सामूहिक रूप से करीब 60 प्रतिशत सीट हासिल की. बता दें कि राज्य चुनाव आयोग ने ओबीसी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद 106 नगर पंचायतों, दो जिला परिषदों, 15 पंचायत समितियों की 1802 सीटों के लिए चुनाव कराया था. इसमें 21 दिसंबर और 18 जनवरी को मतदान कराया गया था. अनुसूचित जाति के 15 दिसंबर को ओबीसी के लिए आरक्षित सीटों को डी-रिजर्व करने के फैसले के बाद सामान्य श्रेणी में डी-रिजर्व सीटों के लिए 93 नगर पंचायतों में 336 सीटों के लिए मतदान हुआ था. जीत के आंकड़ों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी ने 416 सीटें जीतीं हैं. वहीं एनसीपी-378, शिवसेना ने 301, कांग्रेस 297 सीटें जीतीं. इनमें से 24 पर भाजपा का शासन होगा जबकि शिवसेना और कांग्रेस ने क्रमश: 14 और 18 निकायों पर जीत हासिल की है. राज्य के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि हम अपने सहयोगियों की मदद से 30 से अधिक नगर पंचायतों को नियंत्रित करेंगे जिनमें मतदान हुआ था. इन चुनावों में सत्ताधारी दलों ने धन और बाहुबल का उपयोग किया लेकिन भाजपा ने ही सबसे अधिक सीटें जीतीं. वहीं, एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा कि सबसे ज्यादा निकायों में हमारी जीत हुई है. इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने दावा किया कि पार्टी राज्य की सबसे बड़ी राजनीतिक ताकत है. लगभग 26 महीनों तक सत्ता से बाहर रहने के बावजूद, भाजपा सफल रही है और इससे पता चलता है कि हम बिना किसी सरकारी समर्थन के अच्छे परिणाम दे सकते हैं.
- जहां पटोले ने दिया था पीएम मोदी पर बयान, वहां कांग्रेस आई
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक बयान से राज्य भर में कोहराम मचा हुआ है. उन्होंने कहा था कि, ‘मैं मोदी को मार सकता हूं, गाली भी दे सकता हूं.’ जब इस बयान पर विवाद हुआ तो पटोले ने यह कह कर सफाई दी कि वे मोदी नाम के स्थानीय गुंडे के बारे में बात कर रहे थे. देश में एक ही मोदी नहीं है. नाना पटोले ने जिस जगह पर यह बयान दिया था, वहां का भी रिजल्ट सामने आया है. वहां पर कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया है. नाना पटोले ने भंडारा के पालांदूर जिला परिषद क्षेत्र में वह आपत्तिजनक बयान दिया था. इस क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार सरिता कापसे विजयी हुई हैं.
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महाराष्ट्र पंचायत चुनाव: भाजपा ने जीतीं सबसे ज्यादा सीटें, एनसीपी नंबर दो पर