लखनऊ। यूपी में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दलों के बीच सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर सहमति बन गई है। सूत्रों की मानें तो भाजपा, अपना दल और निषाद पार्टी के बीच सीटों पर सहमति बन गई है और दोनों दलों की सीटों का ऐलान हो सकता है। माना जा रहा है कि भाजपा गठबंधन में अपना दल (एस) जहां 15 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, वहीं निषाद पार्टी के खाते में 10 सीटें आईं हैं।
सूत्रों की मानें तो निषाद पार्टी 15 से 17 सीटों की मांग पर अड़ी थी, जिसे लेकर भाजपा के साथ कई दौर की बैठक भी हुई। मगर आखिरकार भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने निषाद पार्टी को 10 सीट देने पर मुहर लगाई है। बताया जा रहा है कि निषाद पार्टी भी इतने सीट पर मान गई है। जल्द इसकी घोषणा हो सकती है। वहीं भाजपा ने 23 माह बाद जेल से बाहर आए आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम को घेरने की भी रणनीति बना ली है। बीजेपी और अपना दल गठबंधन से अब्दुल्ला आजम के खिलाफ नवाब हमजा को उतारने की तैयारी है। माना जा रहा है कि अब्दुल्ला आजम सपा से चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, यूपी की कटहरी, ज्ञानपुर, शाहगंज, जयसिंहपुर, गोरखपुर ग्रामीण, मेहदावल, तमकुही राज, नौतनवां, अतरौलिया, बारां, हंडिया, तिंदवारी, काल्पी, सकलडीहा, सुआर, जखनिया सीट निषाद पार्टी के खाते में जा सकती है। लोकसभा चुनाव 2019 में निषाद पार्टी का भाजपा से गठबंधन हुआ था। उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में मतदान 10 फरवरी से शुरू होगा। उत्तर प्रदेश में अन्य चरणों में मतदान 14, 20, 23, 27 फरवरी, 3 और 7 मार्च को होगा। वहीं यूपी चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे। 2017 के चुनाव में बीजेपी ने यहां की 403 में से 325 सीटों पर जीत दर्ज की थी। सपा और कांग्रेस ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। सपा ने 47 और कांग्रेस ने 7 सीटें ही जीती थीं। मायावती की बसपा 19 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। वहीं 4 सीटों पर अन्य का कब्जा हुआ था।
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भाजपा के सहयोगी दलों के बीच सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर सहमति -यूपी में अपना दल 15 तो निषाद पार्टी 10 सीटों पर लडे़गी चुनाव