नई दिल्ली । पंजाब विधानसभा चुनाव में संयुक्त किसान मोर्चा और कम्युनिस्ट पार्टियों का गठबंधन मुश्किल में फंसता नजर आ रहा है। पीआईऔर सीपीआई(एमएल) लिबरेशन ने एसएसएम के चुनाव चिन्ह पर लड़ने से इनकार कर दिया है। इनका कहना है कि हमारे उम्मीदवार पार्टी के सिंबल पर इलेक्शन में खड़े होंगे। इस गठबंधन के बीच विवाद उम्मीदवारों के चयन पर भी है। दरअसल, बुधलाडा से कृष्ण चौहान, लेहरागा से सत्वंत सिंह, अमृतर पश्चिम से अमरजीत सिंह सीपीआई के उम्मीदवार हैं। भदौर से भगवंत समाओ, मंसा से गुरनाम सिंह भिखी सीपीआई (एमएल) लिबरेशन के कैंडिडेट हैं। दिलचस्प यह है कि इनके नाम एसएसएम की ओर से जारी लिस्ट में भी है। सीपीआई के स्टेट सेक्रेटरी बंत सिंह बरार ने बताया कि हमारी पार्टी राष्ट्रीय दल है। हम किसी और के सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। वहीं, सीपीआई (एमएल) लिबरेशन के स्टेट कमेटी मेंबर सुखदर्शन सिंह ने कहा कि हम जिस सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं, हमें वहां पर अपना उम्मीदवार चुनने की आजादी होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो हम अकेले ही चुनाव लड़ने के बारे में सोंचेगे। एसएसएम के जनरल सेक्रेटरी कंवलजील सिंह पन्नु ने कहा कि सीपीआई और सीपीआई (एमएल) लिबरेशन से बातचीत जारी है। अगर जरूरत पड़ी तो उम्मीदवार बदले जा सकते हैं। बरनाला और भदौर से एसएसएम ने जो कैंडिडेट्स खड़े किए हैं, उन्हें लेकर भी विवाद है। इस पर बीकेयू के जगसिर सिंह छिनिवाल ने कहा कि ये उम्मीदवार मोर्चा के लिए फिट नहीं होते हैं।
रीजनल नार्थ
पंजाब में किसान मोर्चा मुश्किल में