नई दिल्ली । युवा स्पिनर रवि बिश्नोई को वेस्टइंडीज के खिलाफ एकदिवसीय और टी-20 सीरीज के लिए टीम इंडिया में जगह मिल गयी है। रोहित शर्मा की कप्तानी में यह लेग स्पिनर अपने इस घरेलू सीरीज से अपने अंतराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करेगा। बिश्नोई के लिए चयन इसलिए भी अहम है क्योंकि उन्होंने पढ़ाई की जगह खेल को प्राथमिकता दी पर उनका यह कदम सफल रहा। इससे पहले आईपीएल में वह राजस्थान रॉयल्स के नेट गेंदबाज चुने गए थे और उसी समय उनकी 12वीं की परीक्षा चल रही थी। यह स्पिनर और उनके पिता चाहते थे कि वह परीक्षा दें पर अपने कोच से बात करने के बाद उन्होंने खेल को वरीयता दी।
यह मामला साल 2018 में विश्नोई को 12वीं की परीक्षा देनी थी। वहीं इसी बीच आईपीएल सत्र शुरु हो गया था रवि को राजस्थान रॉयल्स की ओर से नेट गेंदबाजी करने का मौका मिला था। वहीं उनकी पिता ने कहा कि वह रॉयल्स का कैंप छोड़ अपनी परीक्षाओं पर ध्यान दें। रवि भी अपने पिता की बात को मानने शिविर छोड़ने जा रहे थे पर रवि ने अपने दो कोचों से जब इस बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि विश्व स्तर के बल्लेबाजों के सामने नेट में गेंदबाजी करना कोई छोटी बात नहीं है। यहां बेहतर प्रदर्शन से उनके क्रिकेटर बनने का रास्ता खुलेगा। इसी के बाद बिश्नोई ने परीक्षा छोड़कर खेल को वरीयता देना तय किया। इसी का फल उन्हें मिला और उन्हें भारत की ओर से अंडर 19 वर्ल्ड कप-2019-20 खेलने का मौका मिल गया। इस टूर्नामेंट में रवि ने कुल 17 विकेट लिए। उनकी गुगली ने सभी को हैरान कर दिया। इसके बाद से ही वह आगे बढ़ते गये।
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स्पिनर रवि बिश्नोई ने क्रिकेट के लिए छोडी थी 12वीं की परीक्षाएं