नई दिल्ली । प्रदेश भारतीय जनता पार्टी मंदिर प्रकोष्ठ सहित सैकड़ों की संख्या में साधु-संतों ने आज शालीमार बाग स्थित राधाकृष्ण मंदिर को स्थानीय ’आप’ विधायक वंदना कुमारी द्वारा मंदिर की जमीन अपने एनएजीओ को देने के लिए तोड़े जाने के विरोध में प्रदर्शन किया और केजरीवाल सरकार से मंदिर के पुनर्निर्माण की मांग की।
प्रकोष्ठ के संयोजक करनैल सिंह ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि गणतंत्र दिवस पर जब सभी दिल्लीवासी भारत के राष्ट्रीय तिरंगे को फहरा रहे थे उसी वक्त स्थानीय ’आप’ विधायक वंदना कुमारी अपने स्वयं के लाभ के लिए मंदिर तोड़वाने का अपराध कर रही थी। श्री सिंह के नेतृत्व में एक विशाल मार्च निकाला गया और इस दौरान उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा ही हिन्दू विरोधी रही है और चुनावों में विशेष समूह के वोट बैंक के लिए हिंदुओं को प्रताड़ित करने के अलावा मंदिरों को तोड़ने का काम करती रही है। उन्होंने कहा कि मंदिर तोड़ना दिल्ली और देश के करोड़ों लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है। इसलिए केजरीवाल सरकार को मंदिर का पुनर्निर्माण बिना कोई देरी किये करना चाहिए।
विरोध प्रदर्शन में प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव बब्बर एवं केशवपुरम के जिलाध्यक्ष राजकुमार भाटिया तीन दिनों से आमरण अनशन पर बैठे मंदिर के पुजारियों को मंदिर के पुनर्निमाण करवाने का वादा करते हुए उन्हें जूस पिलाकर उनके अनशन को तुड़वाया। इस प्रदर्शन में हजारों साधु संतों के अलावा 101 वर्ष के स्वामी दया नंद पाताल बाबा ने भी भाग लिया।
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शालीमार बाग में मंदिर को तोड़े जाने के विरोध में सैकड़ों संत समाज का विरोध प्रदर्शन साधु संतों ने केजरीवाल सरकार से किया मंदिर के पुनर्निर्माण की मांग