इस्लामाबाद । पाकिस्तान के शीर्ष नेतृत्व ने कश्मीर के लोगों के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की और कहा कि इस्लामाबाद इस मुद्दे पर अपने सैद्धांतिक रुख से पीछे नहीं हटा है। राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने कश्मीर एकजुटता दिवस के अवसर पर एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनका देश संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार कश्मीर विवाद का समाधान चाहता है जो कश्मीरी लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार को स्वीकार करता है। पाकिस्तान हर साल पांच फरवरी को कश्मीर एकजुटता दिवस मनाता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर पर अपने सैद्धांतिक रुख से पीछे नहीं हटा है। उन्होंने कहा कि देश कश्मीर के साथ खड़ा है क्योंकि वे हमारे शरीर का हिस्सा हैं और हमारे दिल एक साथ धड़कते हैं। कश्मीर पर पाकिस्तान की सैद्धांतिक स्थिति में कहा गया है कि देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जनमत संग्रह के माध्यम से जम्मू कश्मीर विवाद के समाधान के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है। इस समय चीन के दौरे पर गए प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्विटर पर कहा कि पाकिस्तान हमारे कश्मीरी भाइयों और बहनों के साथ एकजुट है और आत्मनिर्णय के लिए उनके वैध संघर्ष के लिए प्रतिबद्ध है।
पाकिस्तानी सेना ने कहा कि थल सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा ने भी कश्मीर के लोगों के बलिदान और संकल्प को याद किया। सेना ने उनके हवाले से कहा कि इस मानवीय त्रासदी को समाप्त करने और कश्मीर मुद्दे का जम्मू कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं और संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार हल करने का समय है। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपने ट्वीट में कहा कि पाकिस्तान कश्मीरी लोगों के साथ खड़ा है। भारत के केंद्रीय मंत्री एवं जम्मू और कश्मीर की उधमपुर लोकसभा सीट से सांसद जितेंद्र सिंह ने कहा कि दुनियाभर में समर्थन हासिल करने के लिए टूलकिट तैयार करके हमारे पड़ोसी द्वारा किए जा रहे नए प्रयोग से भारत भयभीत नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान और भारत के बीच कोई मसला लंबित है, तो वह जम्मू-कश्मीर का वह हिस्सा है जो पड़ोसी देश के अवैध कब्जे में है।
भारत ने पाकिस्तान से कई बार कहा है कि जम्मू और कश्मीर कि हमेशा देश का अभिन्न अंग था और हमेशा रहेगा। उसने पाकिस्तान को वास्तविकता को स्वीकार करने और भारत विरोधी सभी प्रचार को बंद करने की भी सलाह दी है। भारत सरकार ने पहले भी यह स्पष्ट किया है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर भारत का एक अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है। भारत ने पाकिस्तान को यह भी बताया है कि जम्मू-कश्मीर से जुड़े मुद्दे उसका आंतरिक मामला है और देश अपनी समस्याओं को सुलझाने में सक्षम है। भारत ने पाकिस्तान से कहा है कि वह आतंकवाद, शत्रुता और हिंसा से मुक्त माहौल में इस्लामाबाद के साथ सामान्य संबंध चाहता है। भारत ने कहा है कि आतंकवाद और शत्रुता से मुक्त माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है।
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पाकिस्तान के शीर्ष नेतृत्व ने कश्मीरी लोगों के लिए समर्थन की पुष्टि की - राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने कहा- उनका देश संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार कश्मीर विवाद का समाधान चाहता है