नई दिल्ली । फॉर्च्यून 500 ग्लोबल लिस्ट में शामिल इंडियन ऑयल में पहली बार किसी महिला डाइरेक्टर ने ज्वाइन किया है। यह सम्मान शुक्ला मिस्त्री को मिला है। उन्होंने आईओसी के डाइरेक्टर रिफाइनरी का पदभार संभाल लिया है। वह चेन्नई पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड और 60 एमएमटीपीए की रत्नागिरी रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल लिमिटेड के बोर्ड में निदेशक का पद भी संभालेंगी। महाराष्ट्र में स्थापित होने वाली रत्नागिरी रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल लिमिटेड दुनिया की सबसे बड़ी ग्रास रूट रिफ़ाइनरी परियोजना है। मिस्त्री तीन सीपीएसयू की एक ज्वाइंट वेंचर कंपनी, आईएचबीएल के बोर्ड में भी नॉन एक्जीक्यूटिव डाइरेक्टर के पद पर बनी रहेंगी। इंडियन ऑयल की निदेशक (रिफ़ाइनरीज़) के रूप में मिस्त्री इंडियन ऑयल की नौ रिफ़ाइनरियों और पेट्रोकेमिकल संयंत्रों के व्यवसाय और संचालन का नेतृत्व करेंगी। एक मजबूत रिफ़ाइनरीज़ डिवीजन के साथ इंडियन ऑयल (समूह कंपनियों सहित) 80.55 मिलियन टन प्रति वर्ष (1.64 मिलियन बैरल प्रति दिन) की समूह शोधन क्षमता के साथ राष्ट्र का शीर्ष रिफ़ाइनर बना हुआ है। मिस्त्री ने कलकत्ता यूनिवर्सिटी के बंगाल इंजीनियरिंग कॉलेज, कलकत्ता विश्वविद्यालय से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग डिग्री के साथ-साथ आईसीएफ़एआई से प्रबंधन में एडवांस डिप्लोमा और औद्योगिक रेडियोग्राफी और अल्ट्रासोनिक गैर-विनाशकारी परीक्षण में प्रमाणन भी प्राप्त किया है। निदेशक (रिफ़ाइनरीज़) का पदभार संभालने से पूर्व वह बिहार में बेगूसराय जिले बरौनी में इंडियन ऑयल की 6.0 एमएमटीपीए की शोधन क्षमता वाली बरौनी रिफ़ाइनरी का नेतृत्व करने वाली एकमात्र महिला कार्यपालक निदेशक और रिफ़ाइनरी प्रमुख थीं।
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आईओसी में पहली बार किसी महिला फंक्शनल डाइरेक्टर ने पदभार संभाला