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53000 ट्यूलिप बल्ब और 10500 फूलोँ की अन्य प्रजातियां एनडीएमसी के प्रमुख क्षेत्रों में खिलने लगी हैं: उपाध्यक्ष

53000 ट्यूलिप बल्ब और 10500 फूलोँ की अन्य प्रजातियां एनडीएमसी के प्रमुख क्षेत्रों में खिलने लगी हैं: उपाध्यक्ष

नई दिल्ली । एनडीएमसी क्षेत्र की सुंदरता को बढ़ाने के लिए, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के उपाध्यक्ष, सतीश उपाध्याय ने बताया कि विभिन्न प्रजातियों के 63हजार 5सौ फूल जिनमें 53000 ट्यूलिप, 7000 लिली और 3500 आईलेक्स और फ्रीसिया फूलों की  प्रजातियाँ खिलने लगी हैं जिन्हें हॉलैंड देश से लाकर एनडीएमसी के सभी प्रमुख स्थानों पर लगाया गया। विवरण देते हुए श्री उपाध्याय ने कहा कि जिन स्थानों पर ट्यूलिप और लिली लगाए गए हैं, वे हैं - सेंट्रल पार्क, एनडीएमसी मुख्यालय, विंडसर प्लेस राउंडअबाउट, तालकटोरा गार्डन, लोधी गार्डन, उपराष्ट्रपति बंगला के सामने (अकबर रोड और मौलाना आजाद रोड), 11 मूर्ति आदि। उन्होंने बताया कि प्रमुख आकर्षण शांति पथ के दोनों किनारों को कवर करता है जो लगभग 500 मीटर का क्षेत्र है। रोज गार्डन के चौराहे पर अमेरिकी दूतावास के साथ-साथ कनाडा दूतावास के पास भी फूल खिल रहे हैं। लोधी गार्डन और एम्स सर्कल में लिली और ट्यूलिप सहित अन्य प्रजातियों के फूल लगाए गए हैं। सेंट्रल पार्क में फव्वारे के किनारे ट्यूलिप की पट्टियां भी लगाई गई हैं। उन्होंने कहा कि लगाए गए ट्यूलिप सफेद, पीले, लाल, गुलाबी, नारंगी, बैंगनी, पीले-लाल और सफेद रंग के हैं। उन्होंने कहा इन फूलों से लुटियंस दिल्ली पूरे वसंत ऋतु में रंगीन बनी रहेगी। निदेशक (बागवानी) एस.चेलैया ने कहा कि ट्यूलिप एक सप्ताह पहले से खिलना शुरू हो जाता है और यह 25 दिन तक रहेगा यह मौसम की स्थिति पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि एनडीएमसी ने चार साल पहले से एनडीएमसी क्षेत्र में ट्यूलिप फूल लगाने के लिए यह परियोजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि ट्यूलिप बल्बों के साथ हमारे लिए इतनी चुनौती है कि सुप्तता को तोड़कर इसे अंकुरित करने के लिए 15 दिनों के द्रुतशीतन तापमान न्यूनतम 5 डिग्री तापमान की आवश्यकता होती है। इस चुनौती को देखते हुए एनडीएमसी ने प्री-ट्रीटेड और प्री-प्रोग्राम फूल खरीदे जो अनियमित स्थिति में आसानी से बच जाते हैं। श्री उपाध्याय ने नई दिल्ली क्षेत्र को स्वच्छ, हरा-भरा और जीने की आकांक्षी बनाने के लिए उद्यान विभाग की टीम की सराहना की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में परिषद अपने क्षेत्र में 1450 एकड़ ग्रीन एरिया है जिसमें  7 प्रमुख पार्कों - सेंट्रल पार्क, लोधी गार्डन, तालकटोरा गार्डन, नेहरू पार्क, संजय झील, शांति पथ का रखरखाव, 2 रोज गार्डन, 122 कॉलोनी पार्क, 6 नर्सरी, 981 सीपीडब्ल्यूडी पार्क, 51 राउंडअबाउट, 14 मार्केट गार्डन और लगभग 15,000 एवेन्यू पेड़ शमिल हैं। श्री उपाध्याय ने कहा कि इन बहुमूल्य फूलों की प्रतिक्रिया जीवन के हर क्षेत्र से उत्कृष्ट है। उन्होंने कहा कि इन खूबसूरत फूलों को देखने से न केवल सकारात्मक मानसिकता का संचार होता है बल्कि वहां से गुजरते समय खुशी भी मिलती है। उन्होंने कहा कि एनडीएमसी की यह पहल खुशी पैदा करती है जब जीवन कठिन हो जाता है और अंधेरे में प्रकाश की भूमिका निभाता है। लोग इन पलों को नियमित रूप से तस्वीरें खींचकर कैद कर रहे हैं और सोशल मीडिया, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया भी लुटियंस दिल्ली की सुंदरता पर ध्यान केंद्रित करते रहते हैं। श्री उपाध्याय ने कहा कि पहले इन फूलों को केवल राष्ट्रपति भवन में देखा जाता था और अब राष्ट्रपति की इच्छा के अनुसार इन्हें एनडीएमसी के सार्वजनिक क्षेत्रों में लगाया जा रहा है । उन्होंने कहा कि भारत में एनडीएमसी पहला नागरिक निकाय है जिसने इस प्रकार के बहुमूल्य फूलों को लगाया है । किसी अन्य नागरिक निकाय ने इन्हें सार्वजनिक क्षेत्र में नहीं लगाया। उन्होंने कहा कि एनडीएमसी अन्य नगरपालिकाओं के लिए एक रोल मॉडल है और इसकी हरियाली के लिए मान्यता प्राप्त है, जो न केवल सुखदायक प्रभाव का द्वीप बनाता है बल्कि कुछ हद तक ताप-प्रभाव और वायु और धूल प्रदूषण का भी ख्याल रखता है। श्री उपाध्याय ने आगंतुकों से शानदार एवेन्यू सड़कों और हरे भरे नई दिल्ली क्षेत्र में हॉलैंड फूल की सुंदरता का आनंद लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि उन्हें तोड़ने से बचें ताकि एनडीएमसी भविष्य में अन्य किस्मों को नागरिको के लिए पेश कर सके।
 

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