काहिरा । मिस्र में खुदाई के दौरान पुरातत्वविदों को एक प्राचीन टाइम कैप्सूल मिला है। इसमें 18 हजार नोट्स से भरे हुए है। इन 18 हजार पट्टियों पर प्राचीन मिस्र की सभ्यता के बारे में काफी कुछ लिखा गया है। इस टाइम कैप्सूल की खोज मिस्र के प्राचीन कस्बे अथरिबिस में की गई है जो आधुनिक सोहाग शहर के पास स्थित है। इन नोट्स को बर्तन के टूटे हुए हिस्से पर लिखा गया है। प्राचीन मिस्र में प्राइवेट लेटर, कपड़ों की लिस्ट और साहित्य से जुड़े लेखन के लिए बर्तन टूटे हुए हिस्सों का इस्तेमाल नोटपैड के रूप में किया जाता था। मिस्र के प्राचीन इतिहास के जानकार प्रफेसर क्रिस्चियन लेइट्ज के हवाले से कहा है कि 'प्राचीन काल में बर्तन के इन टूटे हुए हिस्सों का इस्तेमाल लिखने के लिए और स्याही से कुछ उकेरने के लिए बड़े पैमाने पर किया जाता था।'प्रफेसर की खोज टीम ने कहा कि ये बर्तन के टूटे हुए हिस्से अथरिबिस शहर में रोजमर्रा के जीवन के बारे में कई महत्वपूर्ण सूचनाएं देते हैं।
उन्होंने कहा कि 80 फीसदी टुकड़ों पर डेमोटिक भाषा में लिखा गया है जो पटोलेमाइक और रोमन काल में प्रशासकीय भाषा थी। यह समय करीब 600 ईसापूर्व का है। कई ऐसे पत्थर मिले हैं जिस पर यूनानी शब्द भी लिखे हैं। इसमें आश्चर्यजनक बात यह है कि ज्यादा टुकड़ों पर एक प्राचीन शैली का इस्तेमाल किया गया है। उनके महीने की लिस्ट, नंबर, गणितीय समस्या, ग्रामर आदि एक जैसा ही है। अथरिबिस एक समय में निचले मिस्र के इलाके की राजधानी हुआ करता था। यह राजधानी काहिरा से 40 किमी दूर नील नदी के पूर्वी किनारे पर है।कुछ टुकडों पर जहां तस्वीरें बनी हुई हैं, कुछ पर शब्द लिखे हुए हैं। कुछ ऐसे भी टुकड़े हैं जिनपर दोनों ही लिखा हुआ है। टीम ने कहा कि इन टुकड़ों पर विभिन्न खानों और अन्य रोजमर्रा के सामानों की लिस्ट बनी हुई है।
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पुरातत्वविदों के हाथ एक अनमोल 'खजाना' लगा -मिस्र में मिला प्राचीन रहस्यमय टाइम कैप्सूल