रामपुर । यूपी विधानसभा चुनाव में अब सबकी निगाहें दूसरे चरण की 55 सीटों पर टिकी है। इस दौरान अमरोहा, बरेली, बिजनौर, बदायूं, मुरादाबाद, रामपुर, सहारनपुर, संभल और शाहजहांपुर में 14 फरवरी को मतदान होना है। इस चरण के लिए सभी राजनीतिक दल एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं, तो कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा भी दांव पर होगी।
दरअसल, दूसरे चरण में योगी कैबिनेट के मंत्री सुरेश खन्ना और गुलाबो देवी के साथ बलदेव सिंह औलख चुनाव मैदान में हैं। वहीं, दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी की तरफ से रामपुर के सांसद आजम खान, कमाल अख्तर और महबूब अली जैसे कद्दावर नेता मैदान में हैं। हालांकि दूसरे चरण में कुल 586 उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं, इस चरण में कांठ, बरेली कैंट और शाहजहांपुर में सबसे अधिक 15-15 उम्मीदवार हैं। साफ है कि इस चरण में सभी विधानसभाओं के सिर्फ एक ईवीएम का प्रयोग होगा। बता दें कि एक ईवीएम में 16 प्रत्याशियों के नाम आ सकते हैं। शाहजहांपुर की सदर सीट से यूपी सरकार के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना चुनाव मैदान में हैं। इस सीट पर उनको समाजवादी पार्टी-आरएलडी के तनवीर खान और बसपा के सर्वेश चंद्र से चुनौती मिलेगी। बता दें कि पिछले चुनाव में खन्ना ने सपा के कैंडिडेट को 16 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था।
रामपुर की सदर सीट पर सपा के दिग्गज नेता आजम खान की प्रतिष्ठा दांव पर है। इस सीट पर उनका मुकाबला भाजपा के आकाश सक्सेना, कांग्रेस के नवाब काजिम खान और बसपा के शंकर लाल सैनी से है। बता दें कि भाजपा प्रत्याशी के कारण ही आजम खान जेल हैं। वहीं, रामपुर के नवाब परिवार से आजम खान की पुरानी अदावत है।
यही नहीं, दूसरे चरण में यूपी के पूर्व मंत्री डॉ. धर्म सिंह सैनी की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। वह सहारनपुर की नकुड़ सीट से सपा के टिकट पर मैदान में हैं। भाजपा ने उनके खिलाफ मुकेश चौधरी को मैदान में उतारा है। वैसे पिछले बार सैनी भाजपा से चुनाव जीते थे और योगी कैबिनेट में मंत्री बने थे, लेकिन चुनाव से पहले उन्होंने साइकिल का दामन थाम लिया। आंवला सीट पर भाजपा सरकार में मंत्री रहे धर्मपाल सिंह सैनी को सपा के राधाकृष्ण शर्मा, बसपा के लक्ष्मण प्रसाद और कांग्रेस के ओमवीर यादव से कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद है। हालांकि धर्मपाल यहां से 1996, 2002, 2012 और 2017 में विधायक बन चुके हैं। यही नहीं, वह योगी सरकार में सिंचाई मंत्री थे, लेकिन बाद में उनसे त्यागपत्र ले लिया गया था। इसके बाद उनको संगठन में लाया गया था।
योगी कैबिनेट के मंत्री बलदेव सिंह औलख बिलासपुर सीट से मैदान हैं। उनका सपा के अमरजीत सिंह, बसपा के रामअवतार कश्यप और कांग्रेस के संजय कपूर से होगा। पिछली बार उन्होंने कांग्रेस को हराकर ही चुनाव जीता था। अमरोहा सीट से सपा ने अपने पूर्व मंत्री महबूब अली को मैदान में उतारा है। इस सीट पर उनको भाजपा के राम सिंह सैनी और बसपा के नावेद चुनौती देंगे। वहीं, संभल की चंदौसी सीट पर योगी कैबिनेट की मंत्री गुलाबो देवी एक बार भाजपा के टिकट पर मैदान में हैं। सपा ने यहां से विमलेश, कांग्रेस ने मिथिलेश और बसपा ने रणविजय सिंह पर दांव लेगाया है।
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यूपी विस चुनाव: दूसरे चरण में कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर