नई दिल्ली। दिल्ली में सभी कक्षा के छात्र स्कूल जा सकेंगे। दिसंबर से नर्सरी से 8वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए बंद स्कूलों को आज से खोला जा रहा है। इससे पहले 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खोले जा चुके हैं। हालांकि, बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर 45-50 फीसदी अभिभावकों ने ही सहमति जताई है। कुछ स्कूलों ने नर्सरी और केजी के छात्रों को अगले हफ्ते से बुलाने का निर्णय लिया है। छात्रों को स्कूल बुलाने के संबंध में अभिभावकों की सहमति के निर्देश हैं। शिवाजी पार्क स्थित लिटिल फ्लावर्स पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रबंध निदेशक रोहित दुआ ने बताया कि तीसरी से 8वीं तक कक्षा के छात्रों को दोपहर 12 बजे से बुलाया जाएगा। उस समय तक बड़ी कक्षा के छात्रों की कक्षाएं पूरी हो जाएंगी। 50 फीसदी के करीब अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर सहमति दी है। सम-विषम रोल नंबर के आधार पर एक दिन छोड़कर छात्र स्कूल आएंगे। नर्सरी से लेकर दूसरी कक्षा के छात्रों को अभी नहीं बुला रहे। छात्रों की ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम में भी पढ़ाई जारी रहेगी। पहले दिन खेल, संगीत से जुड़ी गतिविधियां छात्रों के लिए आयोजित होंगी। मयूर विहार फेज-3 स्थित विद्या बाल भवन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ. सतवीर शर्मा ने बताया कि 15 से 20 फीसदी अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए आगे आए हैं। पहले नर्सरी से लेकर तीसरी कक्षा के छात्रों को स्कूल बुलाया जाएगा। छात्रों के लिए स्कूल में सेल्फी स्टैंड बनाया गया है। स्कूल में प्रार्थना सभा आयोजित होगी। कोरोना नियमों के संबंध में छात्रों को बताएंगे। छात्रों को शारीरिक अभ्यास कराएंगे। पूरे स्कूल परिसर को सैनेटाइज कर दिया गया है। विकासपुरी स्थित ममता मॉडर्न सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रधानाचार्य पल्लवी शर्मा ने कहा कि सोमवार को सभी कक्षा के छात्रों को स्कूल बुला रहे हैं। पहले दिन पढ़ाई से ज्यादा छात्रों के लिए दूसरी गतिविधियां होंगी। मानसिक तौर पर उन्हें खुशनुमा रखने का प्रयास रहेगा। मैदान में बच्चों के लिए खेल से जुड़ी गतिविधियां होंगी। पिछले दो साल से स्कूल नियमित तौर पर नहीं खुल रहे हैं। उन्होंने बताया कि छोटी कक्षा के छात्रों का स्वागत टेडी बियर की वेशभूषा पहनकर बड़ी कक्षा के छात्र करेंगे। बच्चों को चॉकलेट और गुलाब भी देंगे। गुब्बारे से प्रवेश द्वार को सजाया गया है। छठी से आठवीं के छात्रों के अगले हफ्ते से परीक्षा शुरू होने की भी संभावना है। छात्रों को स्कूल बुलाने के संबंध में अभिभावकों को मानक परिचालन प्रक्रिया भेज दी गई है। इस संबंध में पीटीएम भी आयोजित की गई। नर्सरी से लेकर आठवीं तक के छात्रों को स्कूल भेजने को लेकर 30-40 फीसदी अभिभावकों ने सहमति दी है।
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दिल्ली में सभी कक्षा के छात्र जा सकेंगे स्कूल