रायबरेली । कांग्रेस अध्यक्ष व रायबरेली की सांसद सोनिया गांधी अभी तक अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए नहीं आई हैं। रायबरेली में चौथे चरण में वोट पड़ने हैं और इस चरण के स्टार प्रचारकों की सूची में उनका नाम नहीं है। माना जा रहा है 2017 की तरह इस बार भी वह यहां के मतदाताओं के लिए पत्र लिख वोट की अपील करेगी। उनके अलावा पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी इस बार प्रचार के लिए उत्तर प्रदेश नहीं आए हैं। हालांकि पिछले चुनावों में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अमेठी व रायबरेली में रह कर चुनाव की कमान संभाली थी लेकिन इस बार प्रियंका गांधी न सिर्फ यूपी बल्कि उत्तराखण्ड, पंजाब, गोवा आदि में भी चुनाव प्रचार के लिए जा रही हैं। 2017 में सोनिया गांधी ने यहां के मतदाताओं को मतदान से एक दिन पहले पत्र लिख छीनने वाली सरकार को वोट न देने की अपील की थी। उन्होंने पत्र में लिखा था कि इस सरकार ने आपको कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रखा और उनसे सब कुछ छीन लिया। मतदाताओं से कांग्रेस को वोट देने और इलाके में विकास शुरू करने के लिए अपने हाथ मजबूत करने की अपील की थी। सोनिया गांधी ने इसमें लिखा था कि कुछ कारणों से वह इलाके में कांग्रेस के उम्मीदवारों का प्रचार नहीं कर पायीं और लोगों से अपने खत को उनके लिए अपना व्यक्तिगत संदेश मानने को कहा था। कांग्रेस अयक्ष ने इस चिट्ठी में लिखा था कि पूरे देश की नजर रायबरेली एवं अमेठी के मतदाताओं पर है और वे कांग्रेस के उम्मीदवारों को वोट दें। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी अभी तक यूपी के चुनाव प्रचार में नहीं आए हैं जबकि वह गोवा, पंजाब और उत्तराखण्ड में चुनावी प्रचार के लिए जा चुके हैं। दो चरणों के चुनाव हो चुके हैं और इसमें प्रियंका गांधी समेत छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, सचिन पायलट, सांसद दीपेन्द्र हुड्डा आदि ने चुनाव प्रचार की कमान संभाली है।
रीजनल नार्थ
इस बार भी यूपी चुनाव प्रचार में नहीं होगी सोनिया-राहुल की एंट्री