सोलन। यूक्रेन-रूस के बीच बढ़ते तनाव और युद्ध की खबरों के बीच हिमाचल प्रदेश के परिवार भी चिंतित हैं। क्योंकि बड़ी संख्या में हिमाचल से बच्चे रूस और उसके पड़ोसी देशों में डॉक्टरी की पढ़ाई करने जाते हैं। सोलन के व्यवसायी ने भी अपने बेटे के यूक्रेन में फंसने के बाद चिंता जताई है। दरअसल, सोलन के व्यवसायी तेजिंद्र यादव का बेटा यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। वह भी अपने बेटे की सुरक्षा के लिए चिंतित दिखाई दे रहे हैं। सोलन से 5 विद्यार्थी यूक्रेन में फंसे हैं और इसी तरह शिमला और अन्य जिलों के विद्यार्थी भी इस संकट में देश की सरकार से सहायता की उम्मीद कर रहे हैं।। अभी सभी परिजन फोन के से अपने बच्चों की पल-पल की खबर ले रहे हैं। तेजिंद्र यादव ने कहा कि पहले तो वह दो देशों की लड़ाई को लेकर चिंतित नहीं थे, लेकिन अब लगातार खबरें आ रही है कि रूस यूक्रेन पर हमला करने जा रहा है तो अब उन्हें भी बेटे की सुरक्षा को लेकर चिंता सताने लग गई है।
तेंजिंद्र ने बताया कि यूक्रेन की ओर से बच्चों को टेंपरेरी रजिडेंस सर्टीफिकेट (टीआरसी) नहीं दिया जा रहा है। इसके चलते उनका बेटा वापस नहीं आ पा रहा है। वह चाहते है कि प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार उनके बच्चों की सुरक्षा को लेकर कुछ कदम उठाए और यूक्रेन को टीआरसी जारी करने का आग्रह किया जाए। उन्होंने कहा कि अभी जहाँ उनका बेटा है, वहां स्थिति सामान्य है। लेकिन अगर युद्ध होता है तो उसका असर सारे देश पर पड़ेगा। इसलिए वह चाहते है कि केंद्र सरकार कुछ कदम उठाए। कीव स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी है। दूतावास ने इस संबंध में एडवाइजरी जारी की है। इसमें भारतीय नागरिकों और खासतौर से छात्रों को अस्थायी रूप से यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा गया है। दूतावास की तरफ से जारी एडवाइजरी में कहा गया है, ‘यूक्रेन में मौजूदा स्थिति की अनिश्चितताओं को देखते हुए यूक्रेन में रह रहे भारतीय नागरिक, खासतौर से छात्र जिनका रुकना जरूरी नहीं है, वे अस्थायी रूप से निकलने पर विचार कर सकते हैं। भारतीय नागरिकों को यूक्रेन और यूक्रेन के अंदर गैर जरूरी यात्रा से बचने की सलाह भी दी जाती है।’
रीजनल नार्थ
यूक्रेन-रूस में बढ़ते तनाव के बीच हिमाचल के परिवार भी चिंतित -सोलन के व्यवसायी का बेटा समेत 5 फंसे, सरकार से की मदद की गुहार