मास्को यूक्रेन की सीमा पर लाखों सैनिक और मिसाइलें तैनात करके आंखें दिखा रहे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बेलारूस के तानाशाह अलेक्जेंडर लुकाशेंको का भी खुलकर साथ मिल गया है। लुकाशेंको ने चेतावनी दी हैं, कि अगर हमारे विरोधियों ने मूर्खतापूर्ण कदम उठाए विदेशी खतर लगा, तब वह अपने देश में रूस के अत्याधुनिक परमाणु हथियारों को तैनात करुंगा। बेलारूस के तानाशाह ने चेतावनी उस समय पर दी है,जब यूक्रेन को लेकर रूस और पश्चिमी देशों में जंग के बादल मंडरा रहे हैं। इससे पहले भी लुकाशेंको रूस को परमाणु हथियार तैनात करने के लिए ऑफर दे चुके हैं।तानाशाह ने कहा, अगर जरूरी हुआ और हमारे विरोधियों ने मूर्खतापूर्ण कदम उठाया, तब हम न केवल परमाणु बम तैनात करने वाले हैं, बल्कि उससे भी घातक परमाणु हथियारों और आने वाले अन्य वेपन्स की तैनाती अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए होगी। लेकिन अगर बेलारूस को गैर मित्र देशों से कोई खतरा नहीं हुआ,तब अगले सैकड़ों साल तक परमाणु हथियारों की यहां पर जरूरत नहीं होगी।'
लुकाशेंका बेलारूस में व्यापक विरोध के बाद भी साल 1994 से सत्ता में बने हुए हैं।इतना ही नहीं संविधान संशोधन के मुताबिक वह अब साल 2035 तक सत्ता में बने रहने वाले है। बेलारूस के पास अपने खुद के परमाणु बम नहीं हैं। 1990 के दशक में सोवियत संघ के विघटन के पहले तक सोवियत गणराज्य में 35 हजार परमाणु बम इधर-उधर बिखरे हुए थे। जब सोवियत संघ का विघटन हुआ तब यूक्रेन, कजाखस्तान और बेलारूस के पास 3200 परमाणु बम मौजूद थे। इनमें से ज्यादातर को अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलों के अंदर लगाया गया था जो अमेरिका पर हमले के लिए तैनात की गई थीं।
इसके बाद से लेकर अभी तक 3200 परमाणु बमों को निष्क्रिय करके उस रूस को लौटा दिया गया है। रूस ने इन बमों को नष्ट करके उनसे निकले ईंधन का इस्तेमाल बिजली पैदा करने के लिए किया है। यूक्रेन में तनाव के बीच रूस और बेलारूस दोनों ही देश बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास कर रहे हैं। यह अभ्यास 20 फरवरी को खत्म होगा। इस अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए रूस के 30 हजार सैनिक और परमाणु बम दागने वाली मिसाइलें बेलारूस पहुंची हैं।
इस बीच रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने मास्को में बेलारूस के राष्ट्रपति लुकाशेंको के साथ वार्ता के बाद एक ब्रीफिंग के दौरान कहा कि यूक्रेन में शांति बहाल करने के लिए कीव अधिकारियों को डोनबास के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करनी होगी। पुतिन ने कहा, ‘बेलारूस के राष्ट्रपति और मैं सहमत हैं कि यूक्रेन में नागरिक शांति बहाल करने का एक तरीका है और वह मिन्स्क समझौतों का कार्यान्वयन है।’ उन्होंने कहा, ‘केवल कीव को डोनबास के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की मेज पर बैठना है और संघर्ष को समाप्त करने के लिए राजनीतिक, सैन्य, आर्थिक और मानवीय उपायों पर सहमत होना है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा है।’
इसके बदले में लुकाशेंको ने कहा कि बेलारूस और रूस यूक्रेन में बढ़े हुए तनाव और हथियारों के बढ़ते प्रवाह के बीच अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए मिलकर काम करेगा। लुकाशेंको ने कहा, सैन्य अभ्यास करना हमारा सामान्य निर्णय था, जो स्थिति से निर्धारित है और हम अपने क्षेत्र में पारदर्शी तरीके से अभ्यास कर रहे हैं। पुतिन ने कहा कि रूस और बेलारूस दोनों देशों की बाहरी सीमाओं पर नाटो देशों की बढ़ती सैन्य गतिविधियों के आलोक में दोनों देशों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक सामूहिक उपाय करना जारी रखने पर सहमत हुए हैं।
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रुस-यूक्रेन विवाद पर पुतिन को मिला बेलारूस के तानाशाह का साथ