मुंबई । महाराष्ट्र के दबंग कहलाने वाले आईआरएस अधिकारी समीर वानखेड़े की अब एक नए मामले में फंसते नजर आ रहे हैं। समीर वानखेड़े के खिलाफ उम्र छिपाकर बार लाइसेंस बनवाने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कोपारी पुलिस थाने में समीर वानखेड़े पर जालसाजी, धोखाधड़ी, शपथ पर झूठी सूचना देने व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। कुछ दिन पहले ही महाराष्ट्र के कैबनेट मंत्री नवाब मालिक ने आरोप लगाया था कि समीर वानखेड़े के पास नवी मुंबई में एक बार है, जिसके लिए उन्हें कम उम्र में लाइसेंस मिला था। मलिक ने दावा किया था कि वानखेड़े 17 साल के थे जब उन्हें नवी मुंबई के होटल सद्गुरु में बार का लाइसेंस मिला था।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि समीर वानखेड़े को 27 अक्टूबर, 1997 को एक बार और रेस्तरां के लिए लाइसेंस दिया गया था। उस वक्त समीर वानखेड़े महज 17 साल के थे। जबकि बार लाइसेंस लेने के लिए न्यूनतम उम्र 21 साल है। बता दें कि इसी साल की शुरुआत में समीर वानखेड़े के बार और रेस्तरां का शराब बिक्री लाइसेंस ठाणे जिला के कलेक्टर ने रद्द कर दिया था। नवी मुंबई इलाके के वाशी में सदगुरु फैमिली बार और रेस्तरां समीर वानखेड़े व उनके परिवार का है। इससे पहले समीर वानखेड़े पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। ये आरोप क्रूज केस के एक स्वतंत्र गवाह ने ही लगाए थे। किरण गोसावी के बॉडीगार्ड रहे प्रभाकर सैल ने दावा किया था कि शाहरुख खान के बेटे को छोड़ने के लिए 25 करोड़ की डील पर बात हो रही थी और आखिर में 18 करोड़ में डील फाइनल हुई थी, जिसमें से 8 करोड़ रुपए समीर वानखेड़े को मिलने थे। इसके बाद महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के खिलाफ एक एक कर ऐसे खुलासे किए कि समीर वानखेड़े मुश्किल में आ गए। यहां तक कि उनको आर्यन खान से जुड़े ड्रग्स केस की जांच से भी हटा दिया गया था। नवाब ने कहा था कि समीर ने फर्जी जाति प्रमाणपत्र के आधार पर NCB में नौकरी पाई थी। समीर के दो शादी करने की बात भी नवाब मलिक ने उठाई थी।
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समीर वानखेड़े की मुश्किले बढ़ी, उम्र छिपाकर बार का लाइसेंस लेने के मामले में केस दर्ज