लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के तहत राज्य के 16 जिलों की 59 विधानसभा सीटों के लिये रविवार को छिटपुट शिकायतों के बीच शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न हुआ। इस दौरान करीब 60 फीसदी मतदान हुआ। हालांकि चुनाव आयोग अभी अनन्तिम आंकड़ो की प्रतीक्षा कर रहा है। बावजूद इसके सबसे अधिक मतदान ललितपुर जिले में करीब 69 प्रतिशत हुआ जबकि सबसे कम मतदान कानपुर नगर जिले मंे 51 प्रतिशत हुआ। मतदान के साथ ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव, शिवपाल सिंह यादव, केन्द्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल सहित तमाम दिग्गजों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया।
निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, तीसरे चरण में औसतन 35.88 प्रतिशत मतदान हुआ। तीसरे चरण में प्रदेश में 16 जिलों के कुल 59 विधानसभा क्षेत्रों में 627 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जिनमें से 97 महिला प्रत्याशी हैं। मतदान के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित किया गया। मतदान शांतिपूर्ण रहा और कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। हालांकि कई स्थानों पर ईवीएम खराब होने, मतदाता सूची में नाम ना होने, मतदान किए बिना ही वोट पड़ जाने, ईवीएम में समाजवादी पार्टी का चुनाव निशान न होने तथा मतदान से रोकने की छिटपुट शिकायतें भी मिलीं। जिन्हें निर्वाचन आयोग ने तत्परता दिखाते हुए शिकायतों का निस्तारण कराया।
आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, तीसरे चरण में राज्य के हाथरस जिले में 60.07 प्रतिशत, फिरोजाबाद में 59, कासगंज में 61, एटा में 64.31, मैनपुरी में 61.08, फर्रुखाबाद में 56, कन्नौज में 61, इटावा में 59.56, औरैया में 58.12, कानपुर देहात में 60.43), कानपुर नगर में 51, जालौन में 55, झांसी में 58.26, ललितपुर में 69.10, हमीरपुर में 60.15, और महोबा में औसतन 63 प्रतिशत मतदान हुआ। इन जिलों में शुक्रवार शाम को चुनाव प्रचार समाप्त हो गया था।
तीसरे चरण में कुल दो करोड़ 16 लाख मतदाता हैं। इनमें एक करोड़ 16 लाख से अधिक पुरुष मतदाता, 99 लाख से ज्यादा महिला मतदाता और एक हजार से अधिक ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं। आयोग के अनुसार, तीसरे चरण के चुनाव में कुल 25,794 मतदेय स्थल तथा 15,557 मतदान केन्द्र बनाये गये और कोविड-19 के दृष्टिगत भारत निर्वाचन आयोग ने हर मतदेय स्थल पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1,250 तक रखने के निर्देश दिये गये थे।
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और अखिलेश की पत्नी एवं पूर्व सांसद डिंपल यादव ने इटावा जिले के अपने पैतृक गांव सैफई में मतदान किया। मुलायम सिंह यादव व्हील चेयर पर मतदान केंद्र पर पहुंचे। तीसरे चरण में मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट भी शामिल है, जहां सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से केंद्रीय मंत्री प्रोफेसर एस पी सिंह बघेल और मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आमने-सामने हैं। अखिलेश मैनपुरी जिले के करहल क्षेत्र से पहली बार विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं। वर्ष 2017 में भाजपा की लहर में भी सपा के सोबरन सिंह यादव ने इस सीट पर अपनी जीत बरकरार रखी थी। अखिलेश के चाचा शिवपाल सिंह यादव अपनी पारंपरिक जसवंतनगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान के दौरान झांसी की गरौठा विधानसभा के मोंठ क्षेत्र में जन शिकायतों के अनुसार दो घंटे विलंब से मतदान शुरू हुआ, परंतु इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को न देकर लापरवाही बरतने वाले सेक्टर मजिस्ट्रेट के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। उधर, एटा जिले की अलीगंज मारहरा विधानसभा क्षेत्र में 10 लोग फर्जी मतदान करते हुए गिरफ्तार किये गये हैं। समाजवादी पार्टी ने पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में फिरोजाबाद जिले की शिकोहाबाद सीट पर भाजपा कार्यकर्ता द्वारा सपा के एजेंट की पिटाई का आरोप लगाया है। समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ‘फिरोजाबाद जिले की शिकोहाबाद विधानसभा के बूथ नंबर 158 पर पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी के एजेंट को मारा पीटा जा रहा है, भाजपा के लोगों के द्वारा।’ सपा ने निर्वाचन आयोग से मामले का संज्ञान लेकर दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की मांग की है।
इसके अलावा समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि फर्रुखाबाद की 193 अमृतपुर विधानसभा के बूथ नंबर 38 पर ईवीएम पर साइकिल चुनाव चिन्ह नहीं है। पार्टी ने चुनाव आयोग और जिला प्रशासन से इसपर संज्ञान लेने की अपील की है। इसके अलावा पार्टी ने बीजेपी प्रत्याशी और कैबिनेट मंत्री एसपी बघेल पर पोलिंग पार्टियों को धमकाने का आरोप लगाया है। पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘मैनपुरी जिले की विधानसभा करहल 110 बूथ संख्या 319, 320 पर बीजेपी प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल पोलिंग पार्टियों को धमका रहे हैं। बेहद गंभीर मामला है चुनाव आयोग और जिला प्रशासन कृपया संज्ञान लेकर निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव कराने की कृपा करें।’
वहीं कानपुर महानगर में मतदान केंद्रों के अंदर मोबाइल से सेल्फी लेने और वीडियो बनाने के आरोप में कानपुर की महापौर प्रमिला पांडेय और भारतीय जनता पार्टी की युवा शाखा के पूर्व पदाधिकारी नवाब सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। बताया जाता है कि कानपुर की महापौर प्रमिला पांडे हडसन स्कूल में मतदान केंद्र के अंदर अपना मोबाइल फोन लेकर गईं और मताधिकार का प्रयोग करते हुए एक सेल्फी ली, जिसके बाद उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा कि कानपुर की महापौर ने ऐसा करके चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन किया है। चुनाव आयोग ने मतदान केंद्रों के अंदर मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर रोक लगा रखी है।