नई दिल्ली । भारतीय हॉकी टीम के अनुभवी डिफेंडर हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि गत वर्ष कोरोना महामारी के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान टीम में एक दूसरे को समझने की मानसिकता विकसित हुई थी जिससे भारतीय पुरुष हॉकी टीम को टोक्यो ओलंपिक में भी कठिन हालातों का सामना करने में सहायता मिली। हरमनप्रीत को एफआईएच का साल 2021 का सर्वश्रेष्ठ पुरुष खिलाड़ी भी चुना गया। हरमनप्रीत ने कहा कि पिछले साल ओलंपिक से पहले लॉकडाउन के दौरान हमारी टीम ने काफी समय एक साथ बिताया। यह कठिन स्थिति थी क्योंकि हम लॉकडाउन के शुरुआती हफ्तों में घर नहीं जा पाए पर उस मुश्किल समय का एक साथ सामना करने से हमें पिछले साल ओलंपिक की चुनौतियों के लिए तैयार होने में मदद मिली। उन्होंने कहा कि कभी अतिरिक्त दबाव महसूस नहीं हुआ क्योंकि टीम में सभी एक दूसरे के साथ खुलकर बात करते रहे। कप्तान मनप्रीत सिंह और पीआर श्रीजेश जैसे अनुभवी खिलाड़ी ट्रेनिंग और मैच स्थिति के दौरान टीम का मार्गदर्शन करते रहे थे।
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लॉकडाउन के दौरान सामूहिक मानसिकता विकसित हुई : हरमनप्रीत