मॉस्को । रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सांसदों ने देश के बाहर सेना का इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी है। इसके बाद रूस के 10 हजार से ज्यादा सैनिक अलगाववादियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में प्रवेश कर गए हैं। चिंता है कि यूक्रेन में सेना की मदद से पुतिन जमीन पर कब्जा करने की कोशिशें कर सकते हैं। खास बात है कि हाल ही में कई पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगाने की बात का समर्थन किया है।रिपोर्ट में सैन्य सूत्रों के हवाले से बताया गया कि हजारों रूसी सैनिक पहले ही यूक्रेन में हैं। कुछ समय पहले ही पुतिन ने अपनी सेना को सीमा पार करने के आदेश दिए हैं। यूक्रेन सैन्य खुफिया व्यवस्था से जुड़े सूत्रों ने बताया कि 10 हजार से ज्यादा सैनिक रातभर में अलगाववादियों के कब्जे वाले इलाके में आ चुके हैं।
इसमें 6 हजार डोनेट्स्क, 5 हजार लुहांस्क और 1500 होर्लिविका में हैं। रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने कहा, इसका भरोसा करना मुश्किल है कि (पुतिन) इतने जल्दी यह कर सकते हैं, लेकिन उनके पास तैयारी का काफी समय था। रूसी सांसदों ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को देश के बाहर सैन्य बल प्रयोग करने की मंगलवार को अनुमति दे दी।
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि इस कदम के परिणामस्वरूप अमेरिका रूस पर कड़ी पाबंदियां लगाएगा। इसके पहले दिन में कई पश्चिमी देशों के नेताओं ने कहा कि पूर्वी यूक्रेन के विद्रोहियों के नियंत्रण वाले इलाकों की स्वतंत्रता को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा मान्यता दिए जाने के बाद रूसी सैनिक इन इलाकों में प्रवेश कर गए हैं, लेकिन कुछ नेताओं ने संकेत दिया कि यह यूक्रेन पर पूर्ण आक्रमण के समान नहीं है। वहीं, व्हाइट हाउस के प्रधान उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने कहा, ‘हमारा मानना है कि यह आक्रमण की शुरुआत है। यूक्रेन पर रूस से नए आक्रमण की शुरुआत है।
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पुतिन को सांसदों ने देश के बाहर सेना का इस्तेमाल करने की अनुमति