नई दिल्ली । रूस और यूक्रेन की जंग से कच्चा तेल और सोने की कीमत में ही इजाफा नहीं हुआ है बल्कि गेहूं, सोयाबीन और मक्का के दामों में भी भारी उछाल आया है। रूस गेहूं का बड़ा उत्पादक है और अब युद्ध होने से वहां से पूरे दुनिया में गेहूं सप्लाई पर होने वाले असर के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में गेहूं के दामों में उछाल आया है। इसी तरह सोयाबीन और मक्का के भावों में भी भारी बढ़ोतरी हुई है। गेहूं दुनियाभर में मक्के के बाद सबसे ज्यादा पैदा किए जाने वाला अनाज है। रूस और यूक्रेन दोनों इस अनाज की पैदावार में सबसे आगे हैं। रूस 18 फीसदी से ज्यादा गेहूं निर्यात करता है। यूक्रेन इस मामले में पांचवें स्थान पर है। सिर्फ ये दो देश दुनियाभर में 25.4 फीसदी गेहूं का निर्यात करते हैं। 2019 में रूस ने कुल 60.64 हजार करोड़ रुपए का गेहूं दुनियाभर में निर्यात किया। वहीं यूक्रेन ने 2019 में 23.16 हजार करोड़ रुपए का गेहूं दूसरे देशों में निर्यात किया है।
यूक्रेन और रूस के बीच शुरू हुई लड़ाई असर बहुत सी कमोडिटी पर पड़ा है। रबड़ के दाम 38 सप्ताह के उच्च स्तर पर चले गए हैं। वहीं सोयाबीन के दामों में बड़ा उछाल आया है और ये अपने डेढ साल के उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रहे हैं। गेहूं के दामों में तो बहुत ज्यादा उछाल आया है और यह 9 साल के उच्चतम स्तर पर बिक रहा है। एक और एग्रो कमोडिटी मक्का में भी तेजी का माहौल है और भाव 33 सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंच गए हैं। प्लेटिनियम की कीमतों में भी भारी उछाल आया है। इसकी कीमत 14 सप्ताह के उच्च स्तर पर 1100 डॉलर प्रति टन बोला जा रहा है। प्लेडियम 24 सप्ताह के उच्च स्तर पर हैं। एल्युमिनियम भी अब रिकॉर्ड स्तर पर हैं तो निक्कल के भाव अपने 10 साल के उच्च स्तर पर हैं।
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रूस और यूक्रेन संकट से सोयाबीन, गेहूं और मक्का की कीमतों में भारी उछाल