नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने ऐलान किया है कि 470 से अधिक भारतीय छात्रों को रोमानिया के रास्ते से यूक्रेन से निकाला जाएगा। ये छात्र रोमानिया पहुंच चुके हैं, इन्हें विशेष फ्लाइट से भारत लाया जाएगा। इन छात्रों ने उनके लौटने की व्यवस्था के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया यूक्रेन से भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए प्लान तैयार कर लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट के लिए आज दो उड़ानों को भेजे जाने के आसार हैं, जबकि एक उड़ान कल हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट भेजी जाएगी। सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्रालय का कैंप ऑफिस, पश्चिमी यूक्रेन के लीव और चेर्निवत्सी में चालू हो गया है। इस कैंप ऑफिसों में रूसी भाषा बोलने वाले कुछ और अधिकारियों को भेजा जा रहा है। अधिकारी, इन शहरों में पहुंचने वाले भारतीय नागरिकों की मदद कर रहे हैं और यूक्रेन से सटी सीमा के जरिये उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने में मदद करेंगे।
इससे पहले, सूत्रों ने बताया था कि यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए भारत उड़ानें भेजेगा, जिसका खर्चा सरकार वहन करेगी।रूस के हमले की वजह से हजारों की संख्या में भारतीय विशेषकर छात्र यूक्रेन में फंस गए हैं। सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती इस मुल्क में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने की है, जिसके लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। भारत ने यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए हंगरी और पोलैंड की सीमाओं के जरिए सरकारी दलों को भेजा है। भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा, 'सुरक्षित मार्गों की पहचान कर ली गई है। सड़क मार्ग से, यदि आप कीव से जाते हैं, तो आप नौ घंटे में पोलैंड और लगभग 12 घंटे में रोमानिया पहुंच जाएंगे। सड़क का नक्शा तैयार कर लिया गया है।'
रूस की ओर से हमले का ऐलान करने और प्रमुख शहरों को निशाना बनाए जाने के बाद यूक्रेन ने अपना एयरस्पेस वाणिज्यिक उड़ान के लिए बंद कर दिया है। इस कारण यूक्रेन की राजधानी कीव के लिए रवाना हुई एयर इंडिया की फ्लाइट को भी कल वापस लौटना पड़ा था।
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470 से अधिक भारतीय छात्रों को रोमानिया के रास्ते से यूक्रेन से निकाला जाएगा