मुंबई, । रूस और यूक्रेन में युद्ध की शुरुआत के बाद महाराष्ट्र के कई लोगों की चिंता बढ़ गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि महाराष्ट्र के कई जिलों के बच्चे यूक्रेन में फंस गए हैं. मेडिकल की पढ़ाई करने गए ये बच्चे लगातार धमाके की वजह से दहशत में हैं और परिजनों को कॉल कर स्थिति की जानकारी देते हुए घर वापसी की गुहार लगा रहे हैं. इधर, परिजन भी बच्चों के मायूस चेहरे को देखकर उदास हैं और राज्य व केंद्र सरकार से बच्चों की सकुशल वापसी की मांग कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र के 1200 छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। राहत एवं पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार ने बताया कि इनमें से 320 छात्रों से संपर्क किया जा चुका है. इसमें राज्य के कई शहरों के छात्र शामिल हैं। महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के छात्रों को वापस लाने की पहल की है। इसके लिए फोन नंबर और ईमेल जारी किया है। राज्य सरकार ने छात्रों से अनुरोध किया है कि वे इस नंबर पर संपर्क करें। लैंडलाइन नंबर 02222027990, मोबाइल नंबर 9321587143 और ईमेल कंट्रोलरूम एट द रेट महाराष्ट्र डट जीओवी डट इन। वडेट्टीवार ने कहा कि सरकार इन छात्रों को लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और महाराष्ट्र सरकार उन्हें जो भी मदद की जरूरत है, उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। वडेट्टीवार ने कहा, "केंद्र सरकार उपाय कर रही है। यूक्रेन से उन्हें हवाई मार्ग से लाना संभव नहीं है, इसलिए यदि उन्हें पड़ोसी देश से लाया जा सकता है, तो इसके लिए हमने तत्परता दिखाई है।" वडेट्टीवार ने सूचित किया है कि जिला कलेक्टर प्रत्येक जिले में छात्रों की जानकारी का खुलासा करें। वडेट्टीवार ने कहा, "केंद्र सरकार ने छात्रों को मुफ्त में लाने की घोषणा की है। यदि वे मुफ्त में नहीं लातें हैं तो हम उन्हें लाने के लिए तैयार हैं।"
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यूक्रेन में फंसे महाराष्ट्र के 1200 छात्र, संपर्क के लिए राज्य सरकार ने जारी किया नंबर - धमाके की आवाज से डरे-सहमे कर रहे घर वासपी की मांग, परिजनों की बढ़ी चिंता