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 यूक्रेन ने रूस के दो जंगी आईएल-76 विमान मार गिराने का किया दावा -फैसले का अहम दिन आज

 यूक्रेन ने रूस के दो जंगी आईएल-76 विमान मार गिराने का किया दावा -फैसले का अहम दिन आज

कीव । यूक्रेन और रूस के बीच चल रही भीषण जंग से कीव में धमाकों की गूंज और कसैले धुंए की धुंध दिख रही है। दोनों देशों के कई शहरों में भीषण युद्ध चल रहा है। सबसे बड़ी लड़ाई अब यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्‍जा करने को लेकर हो रही है। यूक्रेन के राष्‍ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि शुक्रवार की रात निर्णायक है। इस बीच यूक्रेन की सेना ने रूस के दो विशालकाय आईएल-76 मालवाहक विमान को मार गिराने का दावा किया है। इसमें सवार सभी रूसी सैनिकों के मारे जाने की अपुष्‍ट खबर है। यूक्रेन और रूस के बीच अब लड़ाई एक थर्मल पॉवर प्‍लांट और एयरबेस पर कब्‍जा करने को लेकर है। कीव से आ रही तस्‍वीरों में नजर आ रहा है कि रूसी सेना ने एक मेट्रो स्‍टेशन पर बमबारी की है। बताया जा रहा है कि कई रूसी सैनिक यूक्रेन ने अरेस्‍ट किए हैं। यूक्रेन की सरकार ने कहा है कि उन्‍होंने शुक्रवार की रात को रूस के दो मालवाहक विमानों आईएल-76 विमानों को कीव के बाहरी इलाके में मार गिराया है। बताया जा रहा है कि यूक्रेन की सेना ने आईएल-76 प्‍लेन को वासयलकीव के नजदीक मार ग‍िराया। वहीं दूसरे विमान को बिला त्‍सेरकवा के पास मार गिराया है।
इन दोनों विमानों पर सवार सैनिकों का क्‍या हुआ, अभी स्‍पष्‍ट नहीं है। रूसी सेना के ये विमान मध्‍यम दूरी के सैन्‍य ट्रांसपोर्ट विमान हैं जिसे साल 1974 में सेना में शामिल किया गया था। इसमें 150 से लेकर 225 तक हथियारबंद सैनिक सवार हो सकते हैं। इस विमान का इस्‍तेमाल छाताधारी सैनिकों को गिराने और हथियारों की सप्‍लाई के लिए किया जाता है। वसयलकीव शहर में भी रातभर भीषण लड़ाई हुई है। इस बीच यूक्रेन की सेना को मदद के लिए पोलैंड ने नए हथियार भेजे हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूरोपीय देशों से मदद के लिए और अधिक प्रयास करने का आग्रह किया है। साथ ही उन्होंने अपने नागरिकों से रूसी आक्रमण का विरोध करने का आग्रह किया है। लड़ाई के दूसरे दिन टैंकों ने पहली बार राजधानी कीव में प्रवेश किया, जबकि यूक्रेनी सैन्य वाहन भी बचाव के लिए शहर में पहुंचे। रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने जवानों को 18,000 बंदूकें सौंपी हैं, साथ ही पेट्रोल बम बनाने के निर्देश भी जारी किए हैं। पूरे देश में लड़ाई जारी है। जेलेंस्की ने पहले राष्ट्र के नाम एक संबोधन में कहा, ‘रूसी टैंक अभी भी हमारे शहरों में आवासीय भवनों को निशाना बना रहे हैं।’
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जेलेंस्की ने कहा कि पश्चिमी देशों और विशेष रूप से आस-पास के यूरोप को और आगे आना चाहिए और बिना देरी के कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘यूरोप के पास इस आक्रमण को रोकने के लिए पर्याप्त ताकत है।’ उन्होंने कहा कि सभी जवाबी उपायों पर विचार किया जाना चाहिए- जिसमें रूस को स्विफ्ट से बाहर निकालना, वीजा प्रतिबंध लगाना और रूस के लिए हवाई क्षेत्र को बंद करना शामिल है। यूक्रेन के राष्ट्रपति की अपील तब आई जब रूस ने संकट शुरू होने के बाद पहली बार यूक्रेन के साथ बातचीत की पेशकश की, लेकिन प्रतिबंधात्मक शर्तों के तहत। आक्रमण शुरू होने से पहले से ही जेलेंस्की व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत की मांग कर रहे हैं। उधर, रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने शुक्रवार को सुझाव दिया कि यूक्रेन की सेना के साथ बातचीत करना कीव में राजनेताओं की तुलना में आसान होगा। पुतिन ने शुक्रवार को रूसी सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान कहा कि यूक्रेन के सशस्त्र बलों को देश में सत्ता संभालनी चाहिए और मास्को के साथ शांति पर बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने यूक्रेन में रूस के आक्रमण के बीच कीव सरकार और नव-नाजि़यों पर नागरिकों को मानव ढाल के रूप में उपयोग करने का भी आरोप लगाया। रिपोर्ट के मुताबिक पुतिन ने कहा कि यूक्रेनी सेना को सरकार को अपने बच्चों, पत्नियों और प्रियजनों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
 

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